पेरोल पर बाहर आया सजायाफ्ता कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार
बेटी की शादी में सम्मिलित होने को पेरोल पर जेल से बाहर निकला कैदी रईश राजवंशी रविवार की अहले पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। वह नगर थाना क्षेत्र के अषाढ़ी गांव का रहने वाला है। घर में शौचालय जाने के नाम पर वह पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। बता दें कि वह अपहरण कर हत्या मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था।
नवादा । बेटी की शादी में सम्मिलित होने को पेरोल पर जेल से बाहर निकला कैदी रईश राजवंशी रविवार की अहले पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। वह नगर थाना क्षेत्र के अषाढ़ी गांव का रहने वाला है। घर में शौचालय जाने के नाम पर वह पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। बता दें कि वह अपहरण कर हत्या मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था।
बताया जाता है कि शनिवार को जिले के सीतामढ़ी सहायक थाना क्षेत्र के सीतामढ़ी स्थित रजवार समाज के ठाकुरबाड़ी मंदिर में उसकी बेटी की शादी थी। जिसमें सम्मिलित होने के लिए उसने कोर्ट में अर्जी दाखिल किया था। कोर्ट ने अर्जी स्वीकार करते हुए उसे तीन दिनों का पेरोल दिया था। 8,9 व 10 फरवरी के लिए पेरोल मिली थी। 9 फरवरी शनिवार को ही दिन में 1 बजे वह जेल से बाहर निकला। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस लाइन के प्राअनि सुलेमान हेंब्रम सहित पुलिस बल उसके साथ थे। सीतामढ़ी स्थित मंदिर में शादी समारोह में शामिल होने के बाद रात 9:30 बजे अपने गांव पहुंचा। रविवार की सुबह करीब 4 बजे वह शौच जाने की बाद कहकर घर के अंदर शौचालय गया। बाहर में सुरक्षाकर्मी मुस्तैद थे। काफी देर तक वह बाहर नहीं निकला तो सुरक्षाकर्मियों को शंका हुई। शौचालय का दरवाजा खोलकर देखा तो वह पीछे से फरार हो चुका था। इसके बाद हड़कंप मच गया। प्राअनि ने वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी। सदर एसडीपीओ विजय कुमार झा के नेतृत्व में फरार कैदी की तलाश में छापेमारी चल रही है। एसपी हरि प्रसाथ एस ने बताया कि मामले की जांच चल रही है।
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2009 से जेल में बंद था रईश
- मिल रही जानकारी के अनुसार, नालंदा जिला के एकंगरसराय थाना क्षेत्र के एकंगरडीह निवासी प्रमोद कुमार का अपहरण कर हत्या मामले में वह मंडल कारा में बंद था। मामला काशीचक थाना कांड से जुड़ा हुआ है। मृतक के पिता जयनारायण लाल ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिसिया जांच में रईश का उनका नाम सामने आया था। मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद उसे दोषी पाते हुए कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। 18 फरवरी 2009 से वह जेल में बंद था।
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रईश अन्य मामले में भी है वांछित
- पुलिस को चकमा देकर भागने वाले सजायाफ्ता कैदी रईश राजवंशी अन्य कई मामले में वांछित है। मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2003 में नेहालुचक मुखिया कारू यादव हत्याकांड में भी वह आरोपित है। बताया जा रहा है कि गांव के ही उसके निकटतम सहयोगी ने उसे भगाने की साजिश रची थी। चर्चा है कि वही स्कॉर्पियो से उसे लेकर भागा है। फिलवक्त पुलिस कैदी की तलाश में जुटी है।