जाम के झाम से मुक्ति दिलाने को यातायात नियमों को सख्ती से लागू कराएगी पुलिस
-वारिसलीगंज बाजार में सुबह आठ से रात नौ बजे तक कॉमर्शियल वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी --------- -नियमों की अवहेलना करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा -वाहन मालिकों से वसूला जाएगा जुर्माना जब्त होंगे वाहन --------- संसू वारिसलीगंज
नवादा । वारिसलीगंज बाजार को जाम के झाम से मुक्त करने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। ट्रैफिक नियम को सख्ती से लागू करने का मन बना लिया है। अपर थानाध्यक्ष नित्यानंद शर्मा ने कहा कि बाजार के रास्ते जाने वाले कॉमर्शियल वाहनों को सुबह आठ से रात नौ बजे तक गुजरने पर रोक लगा दिया गया है। नियमों की अवहेलना करने वालों से अब सख्ती से निपटा जाएगा। जुर्माना वसूलने के साथ ही वाहन जब्त भी किए जाएंगे।
वारिसलीगंज बाजार की मुख्य सड़क से दिन-रात बालू लदे सैकड़ों ट्रैक्टर गुजरते हैं। रैक प्वाइंट से आने वाले सामान अनाज, बालू आदि की धुलाई की जाती है। फलत: कोरोना
काल में भी सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है। लंबे समय से मांग के बावजूद वारिसलीगंज में एक बस स्टैंड व टेंपो स्टैंड नहीं होना जाम का सबसे बड़ा कारण है। स्टैंड नहीं होने के कारण बस चालक पक्की सड़क के फुटपाथों पर ही यात्रियों को चढ़ाते-उतारते हैं। यह भी जाम का एक कारण है।
इसके साथ ही थाना चौक से रेलवे गुमटी जाम का कारण सड़क किनारे अतिक्रमण है। सब्जी व फल विक्रेताओं द्वारा जयप्रकाश चौक के पास बीच सड़क पर ही ठेला लगाकर बिक्री की जाती है। इससे यात्री वाहनों के साथ रैक प्वाइंट पर चलने वाले मालवाहक वाहन तथा एंबुलेंस भी जाम में फंसकर काफी समय तक रुकने को मजबूर होते हैं।
विदित हो कि दो माह तक लॉकडाउन के दौरान बाजार के लोगों को प्रदूषण और जाम से मुक्ति मिली थी। सड़क दुर्घटना भी न के बराबर हो रही थी। लॉकडाउन के खत्म होते ही जाम के झाम से लोग परेशान हैं।
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पहले भी लगी थी नो इंट्री
कुछ माह पहले वारिसलीगंज बाजार को जाम से मुक्त करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने बालू लदे व बड़े वाहनों की नो एंट्री लगा दी थी। इससे लोगों को जाम से थोड़ी राहत मिली थी। बिना हेलमेट बाइक चालकों से प्रति दिन हजारों रुपये जुर्माना वसूला जा रहा है।