Move to Jagran APP

नरहट व मेसकौर में जीविकोपार्जन के लिए 4800 बकरी बांटने की योजना

नवादा जिले के मेसकौर व नरहट प्रखंड में जीविकोपार्जन के लिए 4800 बकरियों को वितरण करने की योजना पर काम किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 09:44 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 09:44 PM (IST)
नरहट व मेसकौर में जीविकोपार्जन के लिए 4800 बकरी बांटने की योजना
नरहट व मेसकौर में जीविकोपार्जन के लिए 4800 बकरी बांटने की योजना

नवादा जिले के मेसकौर व नरहट प्रखंड में जीविकोपार्जन के लिए 4800 बकरियों को वितरण करने की योजना पर काम किया जा रहा है। जीविका की स्वयं सहायता से जुड़ी गरीब महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। जिले में अनुसूचित जाति-जनजाति परिवार की महिलाओं को इसका लाभ दिया जा रहा है। इस बात की जानकारी देते हुए जीविका के डीपीएम पंचम कुमार दांगी ने बताया कि इस योजना का क्रियान्वयन करने के लिए दोनों प्रखंडों में बकरी उत्पादक समूह बनाया गया है। नरहट व मेसकौर प्रखंड में 16 सौ जीविका की महिलाओं के बीच 48 सौ बकरियों का वितरण किया जाना है। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 5 हजार से अधिक बकरियों का वितरण किया जा चुका है। शेष जो लक्ष्य बचा हुआ है उसे अगले माह तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है। इसे लेकर नरहट व मेसकौर में 20-20 बकरी उत्पादक समूह बनाया गया है। एक उत्पादक समूह में 40 जीविका की महिलाएं जुड़ी होती है। इस पूरी कार्य योजना को लेकर माइक्रोप्लान बनाया गया है। योजना के अनुसार एक लाभुक महिला को 3 बकरी खरीदने का लाभ दिया जा रहा है।

loksabha election banner

--------------------

3 बकरियों की खरीद पर अकांउट में आता है 12 हजार रुपये

-जीविका के डीपीएम ने बताया कि जीविकोपार्जन की यह योजना बहुत ही लाभकारी है। शुरू में समूह की महिलाओं को खुद से बकरियों की खरीदारी करनी पड़ती है। बाद में उनके बैंक अकाउंट में प्रति बकरी 4 हजार की दर से कुल 12 हजार रुपये दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि बकरी पालन का उद्देश्य गांव की गरीब परिवार की महिलाओं को घर बैठे रोजगार उपलब्ध कराना है। बकरी से जो बच्चा पैदा होगा उससे उन्हें लाभ होगा।

-----------------

बकरी हाट में बकरियों की होती है टै¨गग, मुफ्त बीमा का भी लाभ

जीविका की ओर से बकरी पालन को प्रोत्साहित करने की इस योजना के पीछे गरीब महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाना है। जानकारी के मुताबिक बकरी की खरीदारी करने के बाद इलाके में एक दिन बकरी हाट लगाया जाता है। जहां जीविका के कर्मी की उपस्थिति में लाभुक महिलाएं बकरियों के साथ आती हैं। यहां बकरियों के कान में टै¨गग की जाती है। साथ ही इसी हाट में बीमा कंपनी की ओर से सभी बकरियों की बीमा भी कराई जाती है। बकरी हाट में बकरियों का मुफ्त स्वास्थ्य जांच भी किया जाता है।

--------------------

पैके¨जग

आश्रित को दिलाया जीवन ज्योति बीमा योजना का लाभ

जासं, नवादा।

जीविका से जुड़ी दो महिलाओं के आश्रित को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना का लाभ दिया गया है। इस बात की जानकारी जीविका के डीपीएम पंचम कुमार दांगी ने गुरुवार को दी। उन्होंने बताया कि मेसकौर प्रखंड के तेतरिया पंचायत की ढोढेरा गांव की मंती देवी व अकबरपुर प्रखंड के बकसंडा पंचायत अंतर्गत साहेबगंज की रतनी देवी के निधन पर उनके आश्रित को योजना का लाभ मिला है। डीपीएम ने बताया कि इन दोनों में आश्रित जो कि नॉमनी हैं उनके बैंक खाता में बीमा योजना का 2-2 लाख रुपये भेज दिया गया है। डीपीएम ने बताया कि जिले भर में अब तक 29 हजार 700 दीदियों का संबंधित योजना का बीमा कराया गया है। कई और लाभुक बीमाधारी जिनका निधन हुआ है उनके आश्रित को भी यथाशीघ्र बीमा की राशि दिलाई जाएगी। इसके लिए एलआईसी को बीमा से संबंधित कागजात भेज दी गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.