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तालाब सफाई में अनियमितता पर भड़के लोग, काम रोका

नवादा पकरीबरावां थाना के समीप तालाब में कराए जा रहे कार्य में बरती जा रही अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने कार्य को रोक दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 12:15 AM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 12:15 AM (IST)
तालाब सफाई में अनियमितता पर भड़के लोग, काम रोका
तालाब सफाई में अनियमितता पर भड़के लोग, काम रोका

नवादा : पकरीबरावां थाना के समीप तालाब में कराए जा रहे कार्य में बरती जा रही अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने कार्य को रोक दिया है। बताया जाता है कि शुक्रवार से उक्त तालाब की सफाई का कार्य प्रारंभ तो हुआ परंतु शनिवार की शाम कार्य को कुछ ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने बंद करवा दिया। ग्रामीणों ने कार्य को तब बंद करवाया जब पापलीन मशीन के द्वारा तालाब से निकले कीचड़ को घरों के आगे रख दिया जिसके कारण उस कीचड़ से निकल रहे बदबू से लोगों का जीना दुश्वार दिया। तो लोगों ने इसकी शिकायत स्थानीय जनप्रतिनिधि व उत्तरी पंचायत समिति सदस्य मुन्नवर आलम से की तो वे कार्य स्थल पर जाकर मामले की जांच की। उन्होंने पाया कि वहां पर मशीन के अलावा एक प्राइवेट जेई के रूप संजय कुमार कार्य स्थल पर मौजूद थे। उनसे पूछा गया तो वे कुछ भी बताने से इनकार कर वहां से चले गए। इस बाबत पंसस ने बताया कि कार्य स्थल पर न तो किसी भी प्रकार का कोई बोर्ड नही लगाया गया है और न ही तो यह किस योजना से कार्य हो रहा है। इसकी भी जानकारी नही है। वंही कई ग्रामीणों ने इस कार्य को सिर्फ खानापूर्ति बताया है। ------------ क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि -तालाब सफाई के पहले संवेदक को बोर्ड लगाना अनिवार्य होता है, ताकि पता चल सके कि यह कार्य किस योजना से कराई जा रही है। इस घटिया कार्य की जब हम जानकारी मिली तो मैं वहां पर अपने समर्थकों के साथ जाकर मामले की जानकारी लेने गया तो किसी ने इस कार्य की जानकारी नही दिया कि यह कार्य मनरेगा से हो रहा या लघु सिचाई योजना से। यह क्षेत्र मेरे पंचायत में होने के कारण मैं इस कार्य को तब तक रोक रखने को कहा जब तक कार्य बोर्ड नही लग जाती है। मुनव्वर आलम, पंचायत समिति सदस्य उत्तरी। --------------- कहते हैं लोग -तालाब सफाई का कार्य जिस भी विभाग से हो रहा है उससे मतलब नहीं है परन्तु कार्य का बोर्ड लगना जरूरी है ताकि ग्रामीणों को इसकी गुणवत्ता की पता चल सके। फिलहाल जो कुछ भी कार्य हुआ है वह काफी ही घटिया है। तालाब के कीचड़ को सिर्फ निकालकर खाना पूर्ति की जा रही है। तालाब का जितनी एरिया है उससे कम में कार्य किया जा रहा है। मापी करवाकर ही तलाब की सफाई होनी चाहिए थी ताकि तालाब का अस्तित्व बच सके। जिस तालाब से खेतों की सिचाई होती थी,मवेशियों के पीने के लिये पानी की उपयोगिता रहती थी। तालाब में चारों ओर से नाली का गंदा पानी, शौचालय का पानी व कचड़े फेंक-फेंक कर दूषित कर दिया गया है। इतना ही नहीं हो रहे अतिक्रमण के कारण तालाब सिकुड़ता जा रहा है। जिसके कारण यह तालाब अपने अस्तित्व खोने के कगार पर पंहुच गया है। तालाब को अतिक्रमण मुक्त कर ही तालाब की सफाई के साथ-साथ सुंदरीकरण हो। शोहराब खान,उर्फ गुड्डु। --------------------- कहते हैं अधिकारी - तालाब सफाई का काम किस विभाग से कराया जा रहा है, पता कराया जाएगा। संबंधित विभाग के अधिकारी को अवगत करा समस्या का समाधान कराया जाएगा। डॉ अखिलेश कुमार, बीडीओ, पकरीबरावां।

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