एपीएचसी बंद रहने पर ग्रामीणों ने दिया धरना
धमौल स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंद रहने से नाराज ग्रामीणों ने सोमवार को प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना दिया। ग्रामीणों का कहना था कि केंद्र बंद रहने से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।
धमौल स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंद रहने से नाराज ग्रामीणों ने सोमवार को प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना दिया। ग्रामीणों का कहना था कि केंद्र बंद रहने से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। अस्पताल नशेड़ियों एवं जुआरियों का अड्डा बन गया है। ग्रामीणों ने कहा कि कुछ दिन पहले एपीएचसी बंद रहने की स्थिति में एक महिला को प्रसव के लिए पकरीबरावां स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले लाया जा रहा था। लेकिन प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला ने बीच चौराहे पर बच्चे को जन्म दिया। स्वास्थ्य केंद्र में एक चिकित्सक तथा दो एएनम पदस्थापित हैं, जो बिना ड्यूटी किए बैठकर वेतन ले रहे हैं। ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि यदि स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी इस मामले में पहल नहीं करते हैं तो आक्रोश मार्च भी निकाला जाएगा। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे महेश स्वर्णकार एवं कमरुलवारी धमौलवी ने कहा कि अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के बने लगभग 30 वर्ष हो गए, परंतु आज तक केंद्र का सही तरीके से संचालन नहीं किया जा सका। छह सूत्री मांगों को लेकर बीडीओ कार्यालय में ज्ञापन सौंपा गया। मौके पर वीरेंद्र कुमार गुप्ता, मो. मंसूर अंसारी, दीपक कुमार, गौरव कुमार, वीरेंद्र पासवान, सुरेंद्र कुमार, शंकर शर्मा, कुणाल कुमार सहित कई अन्य मौजूद थे।