बाल विवाह कराने वाले पंडित और मौलवी जाएंगे जेल : एसडीओ
एसडीओ चंद्रशेखर आजाद शनिवार को अनुमंडल सभागार में राज्यव्यापी अभियान के तहत बाल विवाह पर पूर्ण रूप से रोक लगाने को लेकर अनुमंडल के सभी धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए।
एसडीओ चंद्रशेखर आजाद शनिवार को अनुमंडल सभागार में राज्यव्यापी अभियान के तहत बाल विवाह पर पूर्ण रूप से रोक लगाने को लेकर अनुमंडल के सभी धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। मौके पर रजिस्ट्रार आदिति कुमारी, टीओ राजेश कुमार मौजूद थे। एसडीओ ने बैठक में उपस्थित धर्मगुरुओं को बाल विवाह को पूरी तरह से बंद करने को कहा। उन्होंने कहा कि आप लोग समाज के हर एक उस व्यक्ति के पास हैं जो बाल विवाह कर रहा है। बिना पंडित व मौलवी के कोई भी विवाह नहीं हो रहा है। चाहे व घर में हो या मंदिर या मस्जिद में हो। इन सभी जगह पर पंडित और मौलवी की उपस्थिति होती है। ऐसे में अगर बाल विवाह होता है तो तुरंत इसकी खबर आप लोग स्थानीय प्रशासन को करें। ताकि इसे रोका जा सके। कम उम्र की आयु में लड़कियों या लड़कों की शादी होने से जीवन में बहुत सारी परेशानियां उत्पन्न होती है। इसे पूरी तरह से रोकना है। अगर कोई भी पंडित या मौलवी बाल विवाह कराते पकड़े गए तो उन्हें भी जेल जाना पड़ेगा। इसीलिए आप लोग यह शपथ ले कि बाल विवाह किसी भी सूरत में नहीं कराएंगे। इस दौरान धर्मगुरुओं ने भी अधिकारियों के बीच अपनी अपनी बातें रखी। जिसपर अधिकारी ने भी उन्हें जवाब दिया और कहां की आप लोगों की हर एक सूचना पर पुलिस व पदाधिकारी दिन हो या रात किसी भी समय कार्रवाई को तैयार हैं, लेकिन सूचना देने से पहले लड़का और लड़की की उम्र का सत्यापन पूरी तरह कर लें ताकि प्रशासन को कार्रवाई करने में कोई परेशानी ना हो। साथ ही उन्होंने उपस्थित धर्मगुरुओं से कहा कि आप लोग यहां से जाकर अपने अपने क्षेत्रों में बाल विवाह पर रोक लगाने के लिए लोगों को जागरूक करें। कम उम्र में शादी करने वाले ऐसे अभिभावकों को रोकें। ताकि समाज को पूर्णरूपेण से बाल विवाह मुक्त बनाया जा सके। इसके लिए आप लोगों को प्रशासन की ओर से पूरी तरह से सहयोग दिया जाएगा। मौके पर महिला विकास निगम के प्रखंड बाल विवाह को-ऑर्डिनेटर हितेश कुमार आदि उपस्थित थे।