पुराने भवनों को भी भूकंप रोधी बनाया जा सकता है : डॉ. सुनील
पुराने भवनों को भी भूकंप रोधी एवं चक्रवात रोधी बनाना हुआ आसान हो गया है।
नवादा। पुराने भवनों को भी भूकंप रोधी एवं चक्रवात रोधी बनाना हुआ आसान हो गया है। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा अनुभवी राजमिस्त्रियों को दिए जा रहे सात दिवसीय प्रशिक्षण के छठे दिन तकनीकी सलाहकार डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि अब पुराने भवनों को भी अभिनव तकनीकी के जरिए भूकंप रोधी बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पुराने मकानों की दीवार, पीलर एवं दीवारों के जोड़ को विभिन्न तकनीकों का प्रयोग कर भूकंप रोधी तथा चक्रवात रोधी बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नवीनतम तकनीक की जानकारी के बाद बाढ़ ,आपदा के समय भवनों को सुरक्षित करने के साथ-साथ राज्य में राजमिस्त्रियों को रोजगार की संभावना बढ़ जाएगी। कहा गया कि सुरक्षित बिहार-विकसित बिहार के सपने को साकार करने के लिए आपदा प्राधिकरण के अध्यक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ,उपाध्यक्ष व्यास जी के गतिशील नेतृत्व में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं अभिनव एवं अद्वितीय प्रयोग है। संपूर्ण भारत में बिहार ऐसा पहला राज्य है जहां अनुभवी राजमिस्त्रियों को इतने बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के समापन के बाद प्रत्येक राजमिस्त्रियों को 700 रुपये प्रतिदिन के अनुसार 4900 रुपये एवं प्रमाण पत्र दिया जाएगा। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी मो. नौशाद आलम सिद्दीकी, प्रशिक्षण प्रभारी विपिन कुमार, मास्टर ट्रेनर अभिनव कुमार एवं पवन कुमार पासवान अन्य राजमिस्त्री उपस्थित थे।