रोहिणी नक्षत्र का प्रवेश आज
कृषि कार्य के लिये अति महत्वपूर्ण माना जाने वाला रोहिणी नक्षत्र का प्रवेश सोमवार की सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर होगा। प्रवेश के साथ ही किसान खरीफ फसल की खेती की तैयारी में लग जाएंगें।
कृषि कार्य के लिये अति महत्वपूर्ण माना जाने वाला रोहिणी नक्षत्र का प्रवेश सोमवार की सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर होगा। प्रवेश के साथ ही किसान खरीफ फसल की खेती की तैयारी में लग जाएंगें।
फिलहाल जेठ का महीना चल रहा है। जेठ के समाप्त होने में अब मात्र तेरह दिन शेष रह गया है। जेठ का महीना कड़ी धूप व लू के रूप में जाना जाता रहा है, लेकिन इस वर्ष मौसम कुछ अजीब रहा। बारिश के साथ ओलावृष्टि के कारण खेतों में घास के जमने से पशुओं को हरा चारा भले ही मिल रहा हो, लेकिन धान के लिए खेतों में बिचड़ा डालने में किसानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।
कृषि के लिए रोहिणी नक्षत्र का तपना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इसके तपने से खेतों में घास आदि का नाश होता है तो पशुओं में खुरहा रोग का प्रकोप नहीं होता। इसके साथ ही विषैले जीव जंतुओं के विषों में भी कमी आती है। अब जब रोहिणी नक्षत्र का प्रवेश हो रहा तो किसानों को इसके तपने का इंतजार रहेगा।