Move to Jagran APP

मृत शिक्षक के आश्रितों को नहीं मिल रही अनुग्रह अनुदान की राशि

जले में मृत नियोजित शिक्षकों के आश्रितों को सरकार की योजना के अनुसार मिलने वाली अनुग्रह अनुदान राशि के लिए परेशान होना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 12:20 AM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 06:09 AM (IST)
मृत शिक्षक के आश्रितों को नहीं मिल रही अनुग्रह अनुदान की राशि
मृत शिक्षक के आश्रितों को नहीं मिल रही अनुग्रह अनुदान की राशि

जिले में मृत नियोजित शिक्षकों के आश्रितों को सरकार की योजना के अनुसार मिलने वाली अनुग्रह अनुदान राशि के लिए परेशान होना पड़ रहा है। आवंटन उपलब्ध नहीं रहने की बात कहकर जिले के करीब 33 आश्रितों को बार-बार टहलाया जाता है। ये आश्रित अनेकों बार कार्यालय जाकर परेशान हो चुके हैं। हैरानी इस बात की है राज्य सरकार के विभागीय निर्देश पत्र में जिन आश्रितों को 15 दिन के अंदर अनुदान की राशि का भुगतान कर देने को कहा गया है उसका 15 दिन तो दूर 15 माह के बाद भी राशि नहीं दी गई है। अपनी व्यथा बताते हुए नवादा सदर प्रखंड की केना की सरिता कुमारी बताती हैं कि उनके पति शिक्षक थे। उनका बीमारी की वजह से 11 अप्रैल 2016 में निधन हो गया। उनके निधन के बाद घर की हालत दिनोंदिन बिगड़ती गई। सरिता कुमारी के दो बच्चे हैं। जिनकी पढ़ाई जारी है। वह बताती हैं कि योजना के अनुसार अनुग्रह अनुदान के लाभ के लिए कई बार शिक्षा विभाग का चक्कर काट चुकी हूं। बावजूद राशि नहीं दी जा रही है।

loksabha election banner

-------------

पत्नी के इलाज में लाखों खर्च किया, कर्ज से दबा हूं

रोह प्रखंड के प्रतापपुर के दिनेश शर्मा अपनी परेशानी बताते हैं। इन्होंने कहा कि उनकी पत्नी रीना कुमारी की मौत कैंसर से 27 जनवरी 2017 को हो गया। जिसके बाद विभाग को सूचना देते हुए अनुग्रह अनुदान के लिए आवेदन भी किया। लेकिन महीनों बाद भी अब तक राशि नहीं मिल सकी है। दिनेश शर्मा बताते हैं पत्नी का कैंसर का इलाज कराने में लाखों रुपये खर्च किए। उनके निधन के बाद कर्ज के बोझ से दबा हुआ हूं। वहीं सरकारी योजना का लाभ भी समय से नहीं मिल रहा है। इनके तरह जिले में अन्य लाभुक खैरा के सुनील कुमार, नवादा गोला रोड की निमिशा नेहा, सतगीर की मंजू कुमारी, दनियार के राजेश शर्मा, फुलमा की जौली शर्मा, मेसकौर की गीता देवी, मसई की तरनुम खातुन, माल गोदाम नवादा की माला सिन्हा आदि अनेक लोग अनुग्रह राशि मिलने का अब तक इंतजार कर रहे हैं। गौरतलब है कि सरकार के निर्देश में नियोजित शिक्षक की मृत्यु के उपरांत उनके निकटतम आश्रित को अनुग्रह अनुदान के तहत 4 लाख रुपये देने का प्रावधान है। योजना लाभ लेने के इंतजार में रहे इन सभी लोगों ने शिक्षा विभाग और सरकार से मांग किया है कि अनुदान की राशि का शीघ्र भुगतान किया जाए।

---------

क्या कहते हैं अधिकारी:

पिछले सप्ताह योजना के लाभुक आश्रितों के साथ कार्यालय में बातचीत हुई है। अनुग्रह अनुदान की राशि भुगतान की दिशा में पहल शुरू कर दी गई है। एक-दो सप्ताह के अंदर लाभुकों को राशि मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है।

अनंत कुमार, स्थापना डीपीओ, नवादा।

-----------

यह जरूरी है कि नियोजित शिक्षक जिनका निधन हो गया उनके आश्रित को योजना के अनुसार अनुग्रह अनुदान की राशि दी जाए। योजना का लाभ दिलाने के लिए प्रयास किया जाएगा।

संजय चौधरी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, नवादा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.