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चेक में हेराफेरी कर नाजिर ने निकाले साढ़े 12 लाख रुपये, प्राथमिकी दर्ज

जिले के नरहट प्रखंड के नाजिर घनश्याम प्रसाद सरकारी खजाने की राशि में हेरफेरी के मामले में फंस गए हैं। उनके खिलाफ शनिवार को बीडीओ राजमति पासवान ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 May 2020 11:47 PM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 06:11 AM (IST)
चेक में हेराफेरी कर नाजिर ने निकाले साढ़े 12 लाख रुपये, प्राथमिकी दर्ज
चेक में हेराफेरी कर नाजिर ने निकाले साढ़े 12 लाख रुपये, प्राथमिकी दर्ज

नवादा। जिले के नरहट प्रखंड के नाजिर घनश्याम प्रसाद सरकारी खजाने की राशि में हेरफेरी के मामले में फंस गए हैं। उनके खिलाफ शनिवार को बीडीओ राजमति पासवान ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। बीडीओ द्वारा निर्गत चेक पर अंकित राशि को बढ़ाकर रुपये गबन का यह मामला बैंककर्मियों की सतर्कता से सामने आया। बीडीओ ने पांच चेकों के जरिए कुल दो लाख 30 हजार 750 रुपये निर्गत किया था, जिसके बदले 12 लाख 30 हजार 750 रुपये की निकासी कर ली गई। छठा चेक 50 हजार रुपये का था, जिसके बदले दो लाख 50 हजार रुपये की निकासी के दौरान नाजिर फंस गए।

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मामला सामने आने के बाद नाजिर फरार चल रहे हैं। आरोपित घनश्याम वारिसलीगंज प्रखंड के गंभीरपुर गांव के निवासी बताए गए हैं। थानाध्यक्ष नवीन कुमार सिन्हा ने बताया, नाजिर पर सरकारी राशि के गबन से संबंधित प्राथमिक दर्जकर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। पंजाब नेशनल बैंक में मामला पकड़ में आने के बाद बैंक प्रबंधक के दबाव में नाजिर ने 16 मई को निकाले गए 3.50 लाख रुपये बैंक को लौटा दिए हैं। क्या है पूरा मामला :

-नरहट बीडीओ ने 19 मई को पंजाब नेशनल बैंक की नवादा शाखा का एक चेक नाजिर के नाम पर काटा। अगले दिन नाजिर उक्त चेक को लेकर बैंक पहुंचे। चेक पर 2.50 लाख रुपये अंकित था। राशि भुगतान के पूर्व बैंक कर्मी को कुछ शक हुआ तो उसने बैंक प्रबंधक को सूचना दी। प्रबंधक ने बीडीओ से संपर्क किया। बीडीओ ने बताया कि उन्होंने 50 हजार रुपये का चेक काटा है। बीडीओ ने भुगतान रोक देने को कहा। बाद में पीएनबी खाते को खंगाला गया तो उसमें यह बात सामने आई कि इसके पूर्व की तिथि 16 मई को भी नाजिर ने 3.50 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कराए हैं। कब कितनी राशि की हुई निकासी :

-चार व 12 मई को दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक शेखपुरा शाखा से 50-50 हजार के चेक पर 1.50-1.50 लाख रुपये की निकासी की गई। इसी प्रकार 31 दिसंबर को इसी बैंक से 25 हजार के चेक पर 3.25 लाख, 24 फरवरी को 55 हजार 750 रुपये के चेक पर 2 लाख 55 हजार 750 रुपये की निकासी की गई। 16 मई को पीएनबी से 50 हजार की जगह 3.50 लाख रुपये की निकासी की गई। बैंक की भी दिख रही लापरवाही

- चेक पर अंक की हेराफेरी कर सरकारी राशि नाजिर द्वारा गबन के मामले में बैंक की भी लापरवाही सामने आ रही है। बताया जाता है कि एक लाख से ऊपर की राशि की निकासी पर चेक निर्गत करने वाले व्यक्ति से फोन पर क्लियरेंस किया जाता है। बीडीओ राजमिति पासवान ने बताया कि पीएनबी से 3 लाख 50 हजार की निकासी में अगर मुझसे क्लियरेंस लिया जाता तो फर्जी निकासी नहीं होती। अंक की हेराफेरी वाला ढाई लाख रुपये का चेक एवं वाउचर को जब्त किया गया है। बीडीओ ने बताया कि जुलाई 19 से मई तक जितने भी चेक उनके द्वारा निर्गत किया गया है, उसकी जानकारी प्राप्त की जा रही है।


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