जिला जज ने वारिसलीगंज व पकरीबरावां में संचालित क्वरंटाइन सेंटर का लिया जाजया
नवादा। क्वारंटान सेंटर में निश्चित अवधि के लिए समय बीता रहे प्रवासी श्रमिकों का हालचाल लेने तथा उनको मिल रही सुविधओं का जयजा लेने के लिए जिला जज राजेश नारायण सेवक पांडेय मंगलवार को अपने अधीनस्थ न्यायिक पदाधिकारियों के साथ वारिसलीगंज व पकरिवारावां पहुंचे।
नवादा। क्वारंटान सेंटर में निश्चित अवधि के लिए समय बीता रहे प्रवासी श्रमिकों का हालचाल लेने तथा उनको मिल रही सुविधओं का जयजा लेने के लिए जिला जज राजेश नारायण सेवक पांडेय मंगलवार को अपने अधीनस्थ न्यायिक पदाधिकारियों के साथ वारिसलीगंज व पकरिवारावां पहुंचे। दोनों प्रखंडों में संचालित क्वारंटान सेंटर का मुआयना किया। वहां रह रहे लोगों से मिले तथा स्थानीय प्रशासन द्वारा मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। निरीक्षण के क्रम में जिला जज सर्वप्रथम वारिसलीगंज स्थित बीके साहू इंटर स्कूल तथा एस एन सिन्हा सिन्हा कॉलेज स्थित क्वारंटान सेंटर पहुंचे तथा वहां रहे लोगों से मिल कर जानकारी लिया। जिला जज ने कार्यपालक पदाधिकारी से भी आवश्यक जानकारियां ली। बीके साहू इंटर स्कूल में 150 लोग रह रहे हैं। जबकि एस एन सिन्हा कॉलेज में बनाए गए क्वारंटान सेंटर में 125 लोग रह रहे हैं। सभी विभिन्न राज्यों से लौटे हुए व्यक्ति हैं। जो लॉकडाउन के बाद अपने घर को लौटे थे। बाद में जिला जज पकरीवरावां स्थित कृषक महाविद्यालय धेवधा एवं इंटर स्कूल क्वारंटान सेंटर का भी निरिक्षण किया तथा वहा रह रहे लोगों से मिल कर सुविधाओं से संबंधित जानकारी लिया। इस निरीक्षण कार्यक्रम में जिला जज के साथ अपर जिला जज अशोक कुमार गुप्ता, मृत्युजंय सिंह, सत्यप्रकाश शुक्ला, संजीव कुमार राय, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अनिल कुमार राम, न्यायिक पदाधिकारी दिवाकार कुमार, लोक आदलत कर्मी राकेश कुमार मौजूद थे। इस अवसर पर प्राधिकार के सचिव प्रवीण कुमार सिंह ने आम लागों को बताया कि जगारूकता ही कोरोना महामारी का इलाज है। मास्क अथवा गमछा से मुंह को ढकते हुए कम से कम से दो गज की दूरी बनाते हुए बात करना चाहिए। अनावश्यक रूप से भीड़ का हिस्सा नहीं बनना चाहिए। हाथ को हमेश साबुन से धोते रहना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष जिला जज होते हैं। देटक में उत्पन्न विषम परिस्थिति में आम लोगों के अधिकार की रक्षा के लिए प्राधिकार अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रहा है। इसी क्रम में सम्पूर्ण लॉकडाउन के अवधि में प्राधिकार के द्वारा गरीबों व असहायों के बीच खाद्यान की आपूर्ति की कराया तथा कई असहायों को सरकारी भेजनालय से जोड़ कर उनके खाने की समस्या को निपटाया।