सुखाड़ का लाभ देने के पूर्व आवेदक किसानों का सत्यापन शुरू
फोटो - 01 --------------------- संसू नरहट
इस वर्ष खरीफ सीजन में अनावृष्टि के कारण किसानों ने धान की बोआई नहीं की थी। यही कारण है कि प्रखंड पूर्णत: सुखाड़ की चपेट में आ गया था। लोगों को पानी पीने के लिए नहीं मिल रहा था। बिहार सरकार ने किसानों को राहत देने को लेकर नरहट प्रखंड सहित जिले के कई प्रखंडों को सुखाड़ घोषित किया। सरकार से लाभ प्राप्त करने के लिए लोगों ने आनलाइन आवेदन किया। जिसका भौतिक सत्यापन खेतों में जा कर किया जा रहा है। किसानों की फोटोग्राफी कृषि विभाग के कर्मी कर रहे हैं। प्रखंड के सभी पंचायतों में तेजी से यह कार्य किया जा रहा है। सत्यापन के उपरांत किसानों को जरूरी लाभ दिया जाएगा। कृषि सलाहकार शैलेश कुमार ने बताया कि प्रत्येक किसानों की खेतों में जाकर फोटोग्राफी किया जा रहा है। कई किसान एक ही जमीन पर स्वयं तथा उनके पुत्र भी आवेदन देकर राशि पाने के लिए कतार में हैं। ऐसी स्थिति में कृषि विभाग के कर्मचारियों को परेशानी हो रही है। शिवनाथ केसरवानी एटीएम ने बताया कि पूरे प्रखंड में 8787 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिसमें से कई आवेदन एक ही जमीन से जुड़े हुए हैं। ऐसे में बारीकी से जांच की जा रही है। लाभ प्राप्त करने वाले आवेदकों से भू लगान रसीद या एलपीसी लिया जा रहा है। बटाईदार किसानों को फार्म के साथ भूस्वामी की लिखित सहमति आवश्यक है। जो किसान बटाईदार मजदूर को लिखित नहीं देंगे वैसी स्थिति में बटाईदार को सुखाड़ की राशि नहीं दी जाएगी। एक एकड़ के लिए 2720 रुपये सुखाड़ राहत राशि विभाग देगी। यह फोटोग्राफी जमुआरा, शेखपुरा, पाली, नरहट, कोनीवर, बभनौर, सैदापुर सहित सभी पंचायतों में की जा रही है। हर हाल में दिसंबर के अंत तक यह कार्य पूरा कर लेना है।