अनाज कालाबाजारी की तैयारी में थे डीलर, प्रशासन ने मारा छापा
प्रखंड के फरहा गांव में सोमवार की रात 10 बजे प्रशासन द्वारा एक जन वितरण दुकानदार के प्रतिष्ठान पर छापेमारी की गई। इस दौरान सरकारी खाद्यान्न को दूसरे बोरा में पलटते दो मजदूरों को पकड़ा गया। जबकि डीलर फरार हो गया। कालाबाजारी के उद्देश्य से सरकारी बोरे से अनाज को दूसरे बोरे में डाला जा रहा था। इस बाबत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
प्रखंड के फरहा गांव में सोमवार की रात 10 बजे प्रशासन द्वारा एक जन वितरण दुकानदार के प्रतिष्ठान पर छापेमारी की गई। इस दौरान सरकारी खाद्यान्न को दूसरे बोरा में पलटते दो मजदूरों को पकड़ा गया। जबकि डीलर फरार हो गया। कालाबाजारी के उद्देश्य से सरकारी बोरे से अनाज को दूसरे बोरे में डाला जा रहा था। इस बाबत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
रजौली एसडीओ चंद्रशेखर आजाद को किसी ने जानकारी दी कि डीलर अशोक साव सरकारी अनाज को कालाबाजार में बेचने की तैयारी में है। एसडीएम ने अकबरपुर बीडीओ नौशाद आलम सिद्दीकी एवं थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार वर्मा को कार्रवाई के लिए भेजा। दोनों पदाधिकारी जब डीलर की दुकान पर पहुंचे तो पाया कि वहां दो मजदूर सरकारी बोरे से अनाज को प्लास्टिक के बारे में डाल रहे हैं। मजदूर नेमदारगंज निवासी मोहम्मद रजा खान एवं राजू यादव ने बताया कि डीलर ने मजदूरी करने के लिए बुलाया था। पुलिस ने तत्काल दोनों को हिरासत में ले लिया और दुकान को सील कर चौकीदार की तैनाती कर दी। मंगलवार की सुबह प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सरोज कुमार को जांच के लिए दुकान पर भेजा गया। जांच में पाया गया कि पीडीएस का खाद्यान्न डीलर कालाबाजारी के लिए बोरा पलटी करा रहा था। एमओ ने जांच प्रतिवेदन के आधार पर डीलर व दोनों मजदूरों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। दोनों मजदूरों को पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद कालाबाजारी करने वाले डीलरों में हड़कंप मचा है।
एमओ सरोज कुमार ने बताया कि डीलर की दुकान में 25 बोरा गेहूं एवं 46 बोरा चावल सरकारी बोरा में पैक पाया गया। जबकि 9 बोरा गेहूं और 11 बोरा चावल प्लास्टिक के बोरा में पाया गया, जो कालाबाजारी के लिए पलटा गया था। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई है।