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Nawada: नवादा के नारदीगंज में आपदा में हो रहा खेल...पांच सौ दीजिए बदले में पैंतीस सौ रुपये लीजिए

अंचल कार्यालय में कार्यरत डाटा इंट्री आपरेटर के द्वारा शिक्षकों द्वारा जमा किया सर्वे का कागजात को किनारे कर दिया गया है। पांच सौ लाओ और पैंतीस सौ पाओ का खेल शुरू हो गया है। जिसके कारण किसी परिवार में पति पत्नी पुत्र सभी को इसका लाभ मिल रहा है।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Published: Sat, 05 Nov 2022 01:59 PM (IST)Updated: Sat, 05 Nov 2022 01:59 PM (IST)
Nawada: नवादा के नारदीगंज में आपदा में हो रहा खेल...पांच सौ दीजिए बदले में पैंतीस सौ रुपये लीजिए
नवादा के नारदीगंज में आपदा में हो रहा खेल

 संवाद सूत्र, नारदीगंज: अंचल कार्यालय नारदीगंज में पांच सौ रुपए दीजिए और पैंतीस सौ रुपये का लाभ लीजिए का खेल धड़ल्ले से जारी है। यह खेल आपदा प्रबंधन विभाग से सुखाड़ की राशि में हो रहा है। लोगों की शिकायत है कि बिहार सरकार आपदा विभाग से सुखाड़ क्षेत्र के लोगों को राशि आवंटित किया है। इस योजना के तहत नारदीगंज प्रखंड में पैंतीस सौ रुपए का लाभ देने का कार्य शुरू किया है। इसके लिए पूर्व में सर्वे किए किसानों का नाम सूची में है उसे इसका लाभ दिया जा रहा है। शेष बचे लोगों का नाम जोड़ने के लिए प्रखंड में कार्यरत शिक्षकों को सर्वे के लिए लगाया गया था। शिक्षकों को निर्देश दिया गया था कि गांव में सभी घर में जाकर वंचित लोगों का सर्वे किया,और सभी का आधार नंबर और उसका बैंक एकाउंट का छाया प्रति लेकर अंचल में जमा कराएं। ताकि उन लोगों को भी आपदा राहत कोष से लाभ मिल सके। सभी शिक्षकों ने सर्वे का कार्य पूरा कर अंचल कार्यालय में जमा करा दिया। 

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वास्तविक सर्वे रिपोर्ट की हो रही अनदेखी

लोगों का कहना है कि अंचल कार्यालय में कार्यरत डाटा इंट्री आपरेटर के द्वारा शिक्षकों द्वारा जमा किया सर्वे का कागजात को किनारे कर दिया गया है। अब वहां यह हालत है कि पांच सौ रुपये लाओ और पैंतीस सौ पाओ का खेल शुरू हो गया है। जिसके कारण किसी परिवार में पति, पत्नी, पुत्र सभी को इसका लाभ मिल रहा है। वैसे तो कई लोग हैं जिनको एक भी परिवार को आपदा का राशि नहीं मिल रही है। जिसके कारण लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। लोगों ने धांधली पर रोक लगाने के साथ सर्वे सूची में नाम जोड़ कर आपदा प्रबंधन की राशि उपलब्ध कराने की मांग डीएम से की है। इस संबंध में सीओ अमिता सिन्हा ने बताया कि किसी व्यक्ति का नाम नहीं छूटेगा। सभी का नाम जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। फिलहाल अभी तक दस हजार लोगों का नाम जोड़ा जा चुका है।


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