जनता दरबार लगा विधायक ने सुनी फरियाद
वारसलीगंज विधायाक अरुणा देवी ने सोमवार को डाकबंगला में जनता दरबार लगाकर जन समस्या।
नवादा। वारसलीगंज विधायाक अरुणा देवी ने सोमवार को डाकबंगला में जनता दरबार लगाकर जन समस्याओं से रूबरू हुई। सैकड़ों लोगों ने अपनी समस्याएं सुनाई। विधायक ने सभी की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और अतिशीघ्र दूर करने का आश्वासन दिया। उन्होंने बिहार सरकार की कई लाभकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए लोगों से उसका लाभ लेने की अपील की। मौके पर कई योजनाओं को सूचीबद्ध किया गया। हुड़राही निवासी नीरज ¨सह ने कहा कि प्रखंड में अभीतक राशन कार्ड के लिए आवेदन लेने का काम शुरू नहीं हुआ है। प्रखंड भाजपाध्यक्ष मुकेश कुमार ¨सह ने पीएचसी प्रभारी डॉ. अर्जुन चौधरी को हटाने की मांग की। मोजीव अंसारी ने रोज-रोज की जाम की समस्या से निपटारा के लिए मिनी बाइपास मिर्जापुर से जलपार होते हुए नहर पर निकालने की मांग की। विधायक प्रतिनिधि विश्वनाथ यादव ने प्रखंड को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने, प्रखंड के सभी श्मशान की घेराबंदी कर उसमें एक-एक चापाकल और यात्री शेड की जरूरत बताई। मौके पर वारसलीगंज विधायक प्रतिनिधि रामसकल ¨सह, प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि मनोज साव, उपप्रमुख दिनेश ¨सह, भाजपा नेता दीपक कुमार उर्फ दीपू यादव, भाजपा महामंत्री सुदामा चौहान, अभय ¨सह, आशो पासवान, छोटू यादव, गुलनी मुखिया मनोज चौरसिया, रामप्रवेश ¨सह सहित कई लोग मौजूद थे।
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बॉक्स में
मैडम, हम तो बर्बाद हो गेलियो..
पकरीबरावां : मैडम हम तो बर्वाद हो गेलियो, पोतबो नय बचलो, अब पुतोहियो के हालत खराब हो एक महीना से, अस्पताल में जबरदस्ती रखलको दिनरात और दूसरे दिन 12 बजे निकाल देलको। जनता दरबार में पंहुची तनपुरा निवासी सिकन्दर पासवान की मां गिरजा देवी ने अपनी दर्द भरी कहानी विधायक के समक्ष कुछ इसी अंदाज में बयां की। अस्पताल कुप्रबंधन व अपनी समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि 3 अगस्त को गर्भवती पुत्रवधू सुलोचना देवी को दर्द हुआ तो पकरीबरावां स्वास्थ्य केंद्र लाई। अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं थे। तब मैं अपने मरीज को अन्य जगह ले जाने लगी। लेकिन ड्यूटी पर रही एएनम नीलम कुमारी व उनके साथ अन्य कर्मी ने अस्पताल गेट के समीप ही ममता क्लीनिक के डॉक्टर रंजीत कुमार को बुलवाकर जबरदस्ती इलाज शुरु कर दिया। वह सभी दवा अपनी ही दुकान से लाकर दिया, जिसका नगद पैसा लिया। अगले दिन हालात बिगड़ने लगी तो वह 12 बजे रात्रि में अस्पताल से बाहर कर दिया। एम्बुलेंस की मांग की तो वो भी उपलब्ध नहीं हो पाया। तब निजी वाहन से मरीज को लिए नवादा गई। तबतक ज्यादा रक्तश्राव के कारण बच्चे की मौत हो गई। एक माह होने के बाद भी पुत्रवधू की हालात में सुधार नहीं है। मेरे पास अब उतनी राशि भी नहीं है कि उचित इलाज करा सकें। अब आप ही कोई व्यवस्था कीजिए मैडम। विधायक ने उचित कार्रवाई और सहयोग का भरोसा दिलाया।