होम क्वरंटाइन की मांग को लेकर प्रवासियों ने किया हंगामा
मंगलवार को मथुरासिनी महाविद्यालय क्वारंटाइन सेंटर पर प्रवासी मजदूरों ने आवश्यक सुविधाएं नही
मंगलवार को मथुरासिनी महाविद्यालय क्वारंटाइन सेंटर पर प्रवासी मजदूरों ने आवश्यक सुविधाएं नहीं होने का आरोप लगाकर हंगामा किया। मजदूरों का कहना था कि स्थानीय प्रशासन अगर सेंटर पर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा सकती है तो उन लोगों को होम क्वारंटाइन रहने का आदेश दे। मथुरासिनी महाविद्यालय स्थित सेंटर पर मंगलवार को लगभग 75 प्रवासी मजदूर मौजूद थे।
मजदूरों का आरोप था कि सेंटर में बेड नहीं है। कमरों में काफी गंदगी पसरी हुई है। इससे लोग कोरोना से बचेंगे नहीं, चपेट में आ जाएंगे। एक प्रवासी मजदूर ने बताया कि दोपहर 2:30 बजे बताया कि अभी तक खाना उपलब्ध नहीं कराया गया है।
वहीं जानकारी के मुताबिक पांच प्रवासी मजदूर सोमवार की रात बगैर जांच कराए ही प्रखंड के अमावां स्थित गांव में चले गए थे। जहां ग्रामीणों ने लाठी-डंडे लेकर उन्हें वहां से खदेड़ दिया था। साथ ही बीडीओ को भी इसकी जानकारी दी थी। जिसके बाद बीडीओ प्रेम सागर मिश्र ने रात में ही अमावां गांव जाकर सभी लोगों को रजौली लाया और उन्हें मथुरासिनी महाविद्यालय को नया क्वारंटाइन सेंटर बनाकर उसमें सबको शिफ्ट किया। प्रवासी मजदूरों ने बीडीओ से विनय किया कि उन्हें प्रखंड स्तरीय सेंटर में नहीं भेजें। जिससे वे अपने परिवारों से चाह कर भी ना मिल सके। लेकिन वीडियो ने उन्हें 21 दिन तक क्वारंटाइन सेंटर में ही रहने के निर्देश दिए। इसके बाद प्रमाण पत्र के साथ घर जाने की इजाजत मिलेगी। उन्होंने बताया कहा कि सभी प्रवासी मजदूरों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया गया है। हंगामा जैसी कोई स्थिति नहीं है। प्रवासी मजदूरों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। निर्धारित समय पर उन्हें खाना उपलब्ध कराया जाएगा।