कुपोषण दूर करने वाले स्वयं हो रहे कुपोषण का शिकार
अनुमंडल अस्पताल परिसर में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र के कर्मचारियों को सितंबर 201
अनुमंडल अस्पताल परिसर में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र के कर्मचारियों को सितंबर 2018 से अगस्त 2019 तक का मानदेय भुगतान नहीं हुआ है। जिसके कारण संबंधित कर्मियों के समक्ष भुखमरी की नौबत है। कर्मियों ने जिलाधिकारी नवादा से मानदेय का भुगतान करवाने की गुहार लगाई है। ग्रामीण विकास एवं समाज कल्याण समिति शाहपुर (भोजपुर) के द्वारा इन कर्मियों को भुगतान किया जाना है।
मानदेय से वंचित डॉक्टर महेश्वर प्रसाद सिन्हा,डॉक्टर जय कुमार सुमन,एफडी प्रतिभा रानी, रूनी कुमारी, बीबीसी रिपुंजय कुमार दुबे, एएनएम संजू कुमारी, मुन्नी कुमारी, रिकू कुमारी मोदी, प्रीति कुमारी, रेखा शर्मा, सुनीता रानी सिन्हा, अनिता कुमारी, मनीता कुमारी, रिकू कुमार आदि कर्मचारियों ने बताया कि विगत एक साल से मानदेय भुगतान नहीं हुआ है। जिसके कारण हम लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। 12 दिसंबर 16 से अनुमंडलीय अस्पताल में कुपोषण केंद्र की शुरुआत की गई थी। जिसमें कुल 19 कर्मचारी कार्यरत हैं। संचालित कुपोषण केंद्र में 12 दिसंबर से आज तक 705 कुपोषित बच्चों को भर्ती कर इलाज किया गया है। हरेक बच्चे को केंद्र में कम से कम 14 दिन तक रखा जाता है। बच्चे एवं उसकी मां को हर सुविधाएं बिल्कुल मुफ्त मुहैया करवाई जाती है। बच्चे को समय से दबा के साथ-साथ दूध, दलिया, खिचड़ी, हलवा, अंडा, फल आदि पौष्टिक आहार दिया जाता है। वहीं मां को भी चाय-नाश्ता एवं दोपहर में चावल दाल, हरी, सब्जी, सलाद एवं रात में रोटी,सब्जी या अंडा करी दी जाती है। माताओं को क्षतिपूर्ति राशि का भी भुगतान किया जाता है। कर्मचारियों ने कहा कि कुपोषण दूर करते हुए खुद कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। उक्त लोगों ने कहा कि ग्रामीण विकास समाज कल्याण समिति शाहपुर (भोजपुर) के सचिव से जब मानदेय की मांग की जाती है, तो जवाब मिलता है कि जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा जब बिल का भुगतान होगा तब हम भी मानदेय का भुगतान करेंगे। कर्मियों ने कहा कि सारे कर्मचारी भुखमरी की स्थिति में है। मानदेय की मांग को लेकर सारे कर्मियों ने जिला पदाधिकारी नवादा, संचालक ग्रामीण विकास एवं समाज कल्याण समिति शाहपुर (भोजपुर), सिविल सर्जन नवादा, अनुमंडल अस्पताल रजौली के उपाधीक्षक को आवेदन दिया है। कर्मियों ने कहा कि अब देखना यह है कि दुर्गा पूजा नजदीक है, उसमें भी हमलोगों का मानदेय भुगतान हो पाता है या नहीं।