चलंत चिकित्सा दल को रखें तैयार, मरीजों को न हो परेशानी
लू से बचाव की तैयारियों को लेकर मंगलवार को समाहरणालय में डीएम यशपाल मीणा ने अधिकारियो
लू से बचाव की तैयारियों को लेकर मंगलवार को समाहरणालय में डीएम यशपाल मीणा ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि गर्मी का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे लू लगने की संभावना अधिक बढ़ जाती है। सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि सदर अस्पताल में 20-25 बेड की हर समय व्यवस्था रखें। चलंत चिकित्सा दल से हमेशा सेवा लेते रहें। प्रचूर मात्रा में ओआरएस एवं सभी आवश्यक दवाइयों का प्रबंध रखें। एंबुलेंस को हमेशा तैयार मोड में रखें। सरकारी अस्पतालों में कूलर, एयर कंडीशन, पंखा आदि की व्यवस्था करें। पीएचईडी विभाग के पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि सभी खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत कराएं। जहां पानी की किल्लत हो, वहां टैंकर से पानी पहुंचाएं। जिला पंचायती राज पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि पंचायत स्तर पर नल का जल योजना का क्रियान्वयन करें ताकि टोला एवं गांव स्तर पर भी पानी की किल्लत न हो। परिवहन विभाग को निर्देश दिया गया कि लू से बचने के लिए वाहन का परिचालन दोपहर में बंद रखें। मनरेगा अन्तर्गत कार्य करने का समय सुबह 6 बजे से 11 बजे तक एवं 3:30 दोपहर से 5:30 तक रखें। अग्निशामक दस्ता को निर्देश दिया कि भीषण गर्मी मे अगलगी के खतरे से बचाव हेतु दमकल को अलर्ट मोड में रखें। जिला आपदा विभाग के नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या- 06324- 212261 है। हीट स्ट्रॉक एवं अगलगी से संबंधित कोई भी सूचना इस नंबर पर दी जा सकती है। बैठक में सहायक समाहर्ता साहिला, उप विकास आयुक्त वैभव चौधरी, सिविल सर्जन डॉ. विमल प्रसाद सिंह, एडीएम ओम प्रकाश, जिला परिवहन पदाधिकारी अभ्येन्द्र मोहन सिंह, जिला पंचायती राज पदाधिकारी संतोष झा, जिला आपदा शाखा पदाधिकारी राजवर्द्धन, डीपीआरओ गुप्तेश्र कुमार, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी चंदेश्वर राम, कार्यपालक अभियंता विद्युत रवि कुमार आदि उपस्थित थे।