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प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराने में जीविका समूह बने मददगार : डीएम

- समाहरणालय में आयोजित बैठक में जीविका के कार्य प्रगति की हुई समीक्षा - कोरोना से बचाव के लिए लोगों को लगातार जागरूक करने का दिया निर्देश ---------------------- फोटो-10 ----------------------- संवाद सहयोगी नवादा

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 11:17 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 11:17 PM (IST)
प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराने में जीविका समूह बने मददगार : डीएम
प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराने में जीविका समूह बने मददगार : डीएम

नवादा । समाहरणालय सभागार में शुक्रवार को जीविका की हुई बैठक में जिलाधिकारी यशपाल मीणा के कार्य प्रगति की समीक्षा की। डीएम ने कहा कि जीविका समूह द्वारा किए जा रहे कार्य का असर अंतिम पायदान तक पहुंचे। कोरोना काल में विभिन्न प्रदेशों से काफी संख्या में प्रवासी श्रमिक अपने गृह जिला नवादा पहुंचे हैं। अभी भी प्रवासी श्रमिकों का आना जारी है। उनके उत्थान के लिए रोजगार मुहैया कराने में जीविका समूह काफी मददगार साबित होगा। प्रवासी श्रमिकों को स्किल डेवलपमेंट के अंतर्गत सोलर प्रोडक्ट, टैडी बियर, मसाला निर्माण, मुर्गी पालन, अगरबत्ती, ब्रेड आदि जैसे निर्माण कार्यों से जोड़ें। कार्याें से संबंधित प्रवासी श्रमिकों को पूरी तरह से प्रशिक्षण भी दिलाएं। उन्होंने सभी बीपीएम को निर्देश दिया कि अपने-अपने प्रखंडों में नावाचार में एक नया कार्य का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजें। साथ ही अन्य राज्यों में चल रहे नए कार्याें से भी अवगत कराए, जिससे प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराई जा सके। उन्होंने कहा कि जिले में हैंडलूम का क्लस्टर डेवलप करें। उन्होंने सभी बीपीएम को निर्देश दिया कि सेनेट्री नैपकिन, लिफ प्लेट, पेपर, ब्रेड, बर्मी कंपोज, अगरबत्ती, प्याज प्रोसेसिग फूड, तसर सिल्क आदि जैसे छोटे उद्योगों का निर्माण हेतु पूरी प्लानिग के साथ प्रस्ताव भेजें। मुख्यमंत्री परिवहन योजना के लाभ के लिए इच्छुक दीदियों को लाइसेंस निर्गत कराएं। उन्होंने कहा कि जीविका समूह में जो दीदी पढ़ी नहीं हैं, उन्हें साक्षर बनाया जाए। अंगूठा लगाने के बजाए हस्ताक्षर करें। उन्होंने कहा कि समाहरणालय परिसर के अंदर जीविका के माध्यम से एक कैंटिन खोला जाए ताकि शुद्ध एवं ताजा नास्ता, पानी, चाय, कोल्ड ड्रिक्स आसानी से मिल सके।

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समीक्षा में बताया गया कि जिले में 2 लाख 63 हजार 116 रूरल हाउस होल्ड, 22 हजार 690 सेल्फ हेल्प ग्रुप, 1354 ग्राम संगठन, 37 क्लस्टर लेवल का निर्माण किया गया है। ग्राम संगठन से जुड़े छोटे तबके के किसानों को कृषि का लाभ दिया जा रहा है। पशुधन में मुर्गीपालन एवं बकरी पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। सामाजिक उत्थान के लिए खाद्यान्न वितरण हेतु 13 पीडीएस दुकान को जोड़ा गया है।

बैठक की समीक्षा करते हुए डीएम ने कहा कि एसएचजी के तहत जिस सदस्य का बैंक खाता नहीं खुला है, उसका बैंक खाता अविलंब खोला जाए। जीविका समूह से जुड़े सभी दीदियों का एनेमिक से संबंधित एवं क्रोनिक डिजीज की पहचान कर सूची तैयार करें तथा उसका सही इलाज कराएं। आयुष्मान कार्ड नहीं बना है, उनका कार्ड अविलंब बनाएं। जिले भर में जीविका दीदियों द्वारा शराबबंदी, दहेज प्रथा, बाल बिवाह, जल जीवन हरियाली आदि जैसे सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को विशेष रूप से फायदा पहुंचाया गया। इनके द्वारा जल का बचाव एवं सोख्ता निर्माण जैसे कार्याें को भी पूर्ण किया जा रहा है। कोविड-19 से सुरक्षा हेतु घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। डीएम ने सभी बीपीएम को निर्देश दिया कि कोरोना से सुरक्षा हेतु मास्क लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करें एवं हाथ धोने की क्रिया को सिखाएं।

उन्होंने कहा कि प्रतिदिन जीविका के सभी समूह की दीदी अपने-अपने क्षेत्रों में कोरोना से सुरक्षा हेतु लोगों में जागरूकता फैलाएं। इस अवसर पर जिला अल्पसंख्यक पदाधिकारी प्रशांत अभिषेक, डीपीएम जीविका पंचम कुमार, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, सभी बीपीएम आदि उपस्थित थे।


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