रजौली में अवैध कोयला डंपिग यार्ड पर छापा
नवादा रजौली थाना क्षेत्र में धड़ल्ले से संचालित अवैध कोयला डीपो पर एसडीओ चंद्रशेखर आजाद व सहायक खनन पदाधिकारी बिजय प्रसाद सिंह ने छापेमारी की। इस दौरान अवैध कोयला डंपिग यार्ड को सील कर दिया गया।
नवादा: रजौली थाना क्षेत्र में धड़ल्ले से संचालित अवैध कोयला डीपो पर एसडीओ चंद्रशेखर आजाद व सहायक खनन पदाधिकारी बिजय प्रसाद सिंह ने छापेमारी की। इस दौरान अवैध कोयला डंपिग यार्ड को सील कर दिया गया। यह कार्रवाई शनिवार की दोपहर किया गया। एसडीओ चंद्रशेखर आजाद हरदिया में कोयला डीपो संचालित होने की सूचना पर छापेमारी करने पहुंचे। इस दौरान अनुमंडल दंडाधिकारी अखिलेश्वर शर्मा एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रेम सागर मिश्र मौजूद रहे। एसडीओ द्वारा हरदिया के एनएच 31 सड़क के किनारे सरकारी भूमि पर कब्जा कर बनाए गए कोयला डंपिग यार्ड में छापेमारी किया। इस दौरान कोयला डस्ट को सीज कर सहायक खनन पदाधिकारी को सूचित किया गया। एसडीओ ने डंपिग यार्ड में रहे कोयले लदे दो ट्रकों व जेसीबी मशीन को भी सीज करने का निर्देश दिया। जब तक ट्रक व उसपर लदे कोयला के कागजातों को नहीं दिखा दिया जाता तब तक डंपिग यार्ड के अंदर ही कोयला डस्ट समेत वाहन व मशीन रहेंगे। कोल डीपो के संचालक संजीत कुमार पिता ओमप्रकाश को जब कागजात दिखाने के लिए कहा गया तो उसने बताया कि छापेमारी के दौरान पुलिस को देखकर ट्रक चालक फरार हो गया है। जिसके कारण कागजातों को बाद में दिखाया जायेगा। हालांकि छापेमारी के दौरान हीं सहायक खनन पदाधिकारी बिजय प्रसाद सिंह डंपिग यार्ड पहुंचे ।जिसके बाद एसडीओ ने सारी वस्तु स्थिति से अवगत कराकर कार्रवाई के लिए उन्हें अग्रसारित कर दिया।तत्पश्चात सहायक खनन पदाधिकारी ने डंपिग यार्ड में लगे कोयले लदे ट्रकों के उपर चढ़कर छानबीन की। दोनों ट्रकों में लगभग 40 टन कोयले होने की संभावना जताई। साथ ही यार्ड में रहे कोयले की वजन का अंदाजा करीब 35 टन लगाया है। जिसके कारण कोल डीपो को सील करने की कार्रवाई की गई है। साथ हीं ट्रक संख्या बीआर 06जीसी 8271 बीआर 27 जी 7339 में लदे कोयले की डस्ट के साथ डंपिग यार्ड के कोयले की कागजात दिखाने को कहा गया। जिसके बाद कोयले डंपिग यार्ड संचालक संजीत कुमार ने रविवार को सारा कागजातों को दिखाने के लिए समय का मांग की। जिसे अधिकारियों ने दे दिया। खनन पदाधिकारी बिजय सिंह बताया कि डंपिग के लिए लाइसेंस नहीं है। जिसके कारण नियमानुसार अवैध भंडारण व अवैध कोयला के धंधे को लेकर जुर्माना लगाया जायेगा।बताते चलें कि पिछली बार 9 जनवरी को भी एसडीओ चंद्रशेखर आजाद के पहल पर छापेमारी कर जुर्माने की राशि वसूल की गई थी। साथ ही पंद्रह दिनों के अंदर डंपिग लाइसेंस या फिर साजो सामान को समेट लेने का निर्देश खनन पदाधिकारी ने दिया था। बावजूद कोयला डंपिग व इसके अवैध व्यापार खुलेआम किया जाता रहा।कोयले कारोबारी को यह भी भय नहीं था कि अनुमंडल मुख्यालय में प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों का जमावड़ा है। उसके बावजूद वे निडर होकर अधिकारियों के नाक के नीचे ट्रकों से चोरी की कोयले डस्ट कटिग व बिक्री कर रहे थे।इसकी सूचना लगातार प्रशासनिक अधिकारियों को मिलती रही।जिसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद ने छापेमारी कर खनन प्राधिकारी से कार्रवाई करने को कहा। सहायक खनन पदाधिकारी के द्वारा अवैध कोल डिपो को सील कर रजौली थाने से चौकीदार प्रतिनियुक्त कर देखभाल करने की बात कही गई है। जब तक की कानूनी कार्यवाही कोल डिपो संचालक के खिलाफ नहीं कर ली जाती। बताते चलें कि रजौली में कई महीनों से अवैध कोयले ट्रक चालकों की मिलीभगत से चोरी कर काटा एवं बेचा जा रहा था।जिसके ऊपर रजौली अनुमंडल पदाधिकारी ने पूरी लगनशीलता से कार्रवाई कर अपनी ओर से रोकने की पुरजोर कोशिश की।जिसमें लगभग वे सफल होने में कामयाब रहे। संचालित सभी कोयले डिपों से पूर्व में भी जुर्माने की राशि वसूल की गई थी।सहायक खनन पदाधिकारी ने कोल डिपो संचालक को अगले आदेश तक कोयले की बिक्री बंद करते हुए उसकी वैधता-अवैधता कि कागजात एवं डंपिग लाइसेंस एवं परिवहन के कागजात को कार्यालय में जमा कराएं। अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।