नवादा जिले में पशुओं का बनेगा स्वास्थ्य कार्ड
नवादा जिले में पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाया जाएगा। भारत सरकार के पशु संजीवनी योजना (इनाफ) के तहत दुधारू पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाने की योजना शुरू की गई है।
नवादा जिले में पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाया जाएगा। भारत सरकार के पशु संजीवनी योजना (इनाफ) के तहत दुधारू पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाने की योजना शुरू की गई है। इसके लिए अच्छे नस्ल की पशु का टीकाकरण करते हुए उनका स्वास्थ्य कार्ड बनेगा। इसके साथ ही पशु के कान में टैग भी लगाया जाएगा। पशु चिकित्सालयों के डाक्टर व पशु सहायकों को उक्त कार्ड बनाने का जिम्मा सौंपा गया है। जिला पशुपालन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुरूआती चरण में पशुओं का हेल्थ कार्ड बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। अब तक अलग-अलग जगहों पर दर्जन भर से अधिक पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाया भी गया है। अगले एक सप्ताह के बाद पशु गणना का काम पूरा होने के बाद स्वास्थ्य कार्ड बनाने के काम में और तेजी आएगी। पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाने के पीछे उन पशुओं की सेहत की स्थिति का आकलन करना है। इसके साथ ही इस तरह के दुधारू पशुओं की सूची भी तैयार हो जाएगी। जिले में अच्छी नस्ल के गाय व भैंस का स्वास्थ्य कार्ड बनना है।
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पशुपालक का नाम व उनके यहां रहे पशुओं का भरा जाएगा रजिस्ट्रेशन फार्म
पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाने के लिए विभाग की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। जिसमें कहा गया है कि पशुपालक का नाम, उनके यहां रहे दुधारू पशु की संख्या, सभी का जन्म तिथि आदि का रजिस्ट्रेशन फार्म भरा जाएगा। इसके साथ ही पशु द्वारा दिए जा रहे दूध की मात्रा, पशु की नस्ल आदि भी रजिस्ट्रेशन फार्म में अंकित की जाएगी। विभागीय कर्मी पशुपालक के घर पहुंचकर दुधारू पशुओं को देखेंगे। उसके बाद जरूरी प्रक्रिया करते हुए पशुओं के कान में टैंगिग की जाएगी। पशुओं का जो स्वास्थ्य कार्ड बनेगा उसे पशुपालक को दिया जाएगा। इसके जरिए पशुओें को लगने वाले टीका की भी जानकारी पशुपालक को दी जाएगी।
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स्वास्थ्य कार्ड बनने के बाद होगी ऑनलाइन इंट्री
पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाने के लिए सभी 14 प्रखंडों को स्वास्थ्य पत्र यानि कार्ड भेज दिया गया है। जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि इसे नकुल स्वास्थ्य पत्र के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने बताया कि प्रखंडों में पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाए जाने के बाद उन सभी रजिस्ट्रेशन फार्म की ऑनलाइन इंट्री की जाएगी। जो जिला से लेकर भारत सरकार के वेबसाइट पर प्रदर्शित होगी।
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इच्छुक पशुपालक पशु चिकित्सक से संपर्क कर बनवाएं हेल्थ कार्ड
पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बने इसके लिए विभाग ने जरूरी सहूलियत भी पशुपालकों को दी है। इस बारे में जिला पशुपालन पदाधिकारी तरूण कुमार उपाध्याय ने बताया कि इच्छुक पशुपालक खुद से भी प्रखंड के पशु चिकित्सालय आकर अपने पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाने संबंधी जानकारी ले सकते हैं। एक साथ किसी टोले या गांव में जैसे ही 10-20 पशुपालक इसके लिए तैयार हो जाएंगे उनके गांव पहुंचकर पशु सहायक व चिकित्सक पशुओं का टीकाकरण करेंगे।
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पैकेजिग
अगले माह से पशुओं को लगाया जाएगा गला घोंटू रोग का टीका
जुलाई महीने से जिले में गला घोंटू रोग से बचाव क लिए पशुओं को टीका लगाने का अभियान शुरू होगा। इसके लिए जिला पशुपालन विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। पर्याप्त मात्रा में इंजेक्शन, निडील आदि उपलब्ध कराया जा रहा है। गला घोंटू रोग पशुओं के लिए जानलेवा साबित होती है। अनेक बार पशुओं का गला घोंट जाने से मौत हो जाती है। यह बीमारी पशुओं में नहीं हो इसके लिए राज्य सरकार हरेक बरसात के सीजन में पशुओं को गला घोंटू रोग का टीकाकरण लगवाती है।
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क्या कहते हैं अधिकारी:
जिले भर में अच्छी नस्ल के दुधारू पशुओं का हेल्थ कार्ड बनाने की योजना है। केंद्र सरकार की इनाफ योजना से सभी पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन फार्म व कार्ड प्रखंडों में भेज दिया गया है। पशु गणना एक सप्ताह में संपन्न हो जाएगी। इसके बाद स्वास्थ्य कार्ड बनाने के काम में तेजी आ जाएगी।
तरूण कुमार उपाध्याय, जिला पशुपालन पदाधिकारी, नवादा।
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ग्राफिक्स:
जिले में इस साल खुरहा टीकाकरण-3.75 लाख पशुओं का
जिले में इस साल कृमि नाशक दवा- 3.96 लाख पशुओं का
जिले में ब्रोसियोलोसिस का टीकाकरण- 19 हजार 217 पशुओं का
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जिले में गायों की संख्या- 3 लाख 17 हजार 201
जिले में भैसों की संख्या- 1 लाख 31 हजार 924
जिले में बकरियों की संख्या- 2 लाख 20 हजार 997
(पशुओं के यह आंकड़ें साल 2012 की पशु गणना के अनुसार हैं।)
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