कचना विद्युत उपकेंद्र पर कृषकों ने किया हंगामा
कृषि कार्य के लिए बिजली आपूर्ति नहीं होने से नाराज चल रहे किसानों का गुस्सा सोमवार।
नवादा। कृषि कार्य के लिए बिजली आपूर्ति नहीं होने से नाराज चल रहे किसानों का गुस्सा सोमवार को फट पड़ा। कई गांवों के लोगों ने पकरीबरावां-कौआकोल पथ पर कचना स्थित विद्युत उपकेंद्र पर जमकर हंगामा किया। आक्रोश इस कदर था कि उपकेंद्र के गेट में सुबह 9:30 बजे ही ताला जड़ दिया। जिसके कारण धमौल,कचना,गुलनी तथा दतरौल के फीडर में करीब छह घंटे तक विद्युत आपूर्ति ठप रही। पूर्णत: सुखाड़ प्रभावित प्रखंड होने के बावजूद कृषि कार्य के लिए बिजली की आपूर्ति नहीं होने से किसान भड़के हुए थे। बाद में विभागीय अधिकारियों ने समझा-बुझाकर किसानों को शांत किया। जल्द ही मांगों के अनुरूप बिजली आपूर्ति किए जाने का आश्वासन दिया गया है।
विरोध प्रदर्शन में शामिल किसान मानिकचंद्र पासवान, विशो यादव, विकास कुमार, रामबालक पासवान, मो. सोहेल, विजय यादव, सुशील ठाकुर आदि ने बताया कि इस विद्युत केंद्र की स्थापना का मुख्य मकसद किसानों की खेतों को ¨सचाई सुविधा उपलब्ध कराना था। केंद्र का उद्घाटन हुए करीब दो माह बीत गए, परन्तु अभी तक किसानों को फायदा मिलना शुरू नहीं हो पाया है। जिसके कारण सुखाड़ की मार झेल रहे किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश कम होने से धान की फसल तो मारी ही गई अब अगर विद्युत आपूर्ति किसानों को नहीं की गई तो रबी फसल से भी हाथ धोना पड़ेगा।
किसानों के हंगामा की जानकारी मिलने के बाद वारसलीगंज एसडीओ अभिषेक कुमार तथा प्रोजेक्ट जेई सोनू राज पहुंचे और किसानों को समझा-बुझाकर उनका गुस्सा शांत कराया। अधिकारियों ने अतिशीघ्र किसानों को बिजली सुविधा दिए जाने का आश्वासन दिया। तब जाकर लोग शांत हुए और दोपहर बाद 3:30 बजे से विद्युत आपूर्ति सभी फीडरों में शुरू हुआ। बता दें कि अर्से बाद प्रखंड इस वर्ष भीषण सूखाग्रस्त की चपेट में रहा। जिले के सर्वाधिक सुखाड़ प्रभावित प्रखंड के पकरीबरावां शामिल रहा। कई विभागों के प्रधान सचिव पकरीबरावां आकर सुखाड़ का हाल जाना। लेकिन, अबतक किसानों को कोई बड़ा सहयोग सरकार के स्तर से नहीं मिला है।