आर्थिक मंदी के खिलाफ वामदलों ने निकाला विरोध मार्च
आर्थिक संकट और आमजनों की बदहाली के मुद्दे पर वामदलों ने बुधवार को नगर में विरोध मार्च निकाला।
आर्थिक संकट और आमजनों की बदहाली के मुद्दे पर वामदलों ने बुधवार को नगर में विरोध मार्च निकाला। स्टेशन परिसर से मार्च निकाला गया। अध्यक्षता माले नेता भोला राम ने की। नेताओं ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था भयंकर मंदी के कगार पर है। बाजार में कार से लेकर बिस्कुट की मांग में बड़ी गिरावट दर्ज की जा रही है। सभी आर्थिक क्षेत्रों में मांग की कमी से उत्पादन में कटौती हो रही है। नौकरियां समाप्त हो रही हैं। पहले केंद्र सरकार इस संकट को मानने से इंकार करती रही है, लेकिन अब मजबूरी में इसे स्वीकारनी पड़ी।
हाल में कार उत्पादन, कपड़ा, वस्त्र उद्योग, निर्माण आदि क्षेत्रों में व्याप्त संकट से लाखों लोगों की नौकरियां छीन गई। वक्ताओं ने सार्वजनिक निवेश के जरिए रोजगार पैदा करने, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने, न्यूनतम मजदूरी 18 हजार रुपये देने, छंटनीग्रस्त मजदूरों के लिए जीवन यापन लायक मजदूरी सुनिश्चित करने, सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण बंद करने, रक्षा क्षेत्र में शत प्रतिशत विदेश प्रत्यक्ष निवेश पर रोक लगाने, मनरेगा के लिए राशि आवंटन में वृद्धि करने, किसानों का पूरा कर्ज माफ करने आदि की मांग की। सभा को माले के जिला सचिव नरेंद्र प्रसाद सिंह, किसान सभा के रामयतन सिंह, भाकपा के राजेंद्र मांझी, अजीत कुमार मेहता, सुदामा देवी, दिलीप कुमार, मेवालाल राजवंशी, अर्जुन सिंह, ललन कुमार सिंह, गोविद प्रसाद, मुकलेश कुमार, दानी विद्यार्थी आदि नेताओं ने संबोधित की। मौके पर सावित्री देवी, विनय पासवान, सुधीर राजवंशी आदि उपस्थित थे।