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नवादा: घर में धमाके से पहले बन रहे थे पटाखे, पति-पत्नी समेत तीन गिरफ्तार, छत से कूदे आरोपी के दोनों पैर टूटे

एसपी ने बताया गया कि एफएसएल टीम ने घटनास्थल से प्रथम दृष्टया लो ग्रेड एक्सप्लोसिव होने का साक्ष्य जुटाए हैं। इसका उपयोग पटाखा बनाने के लिए किया जाता है। पटाखा निर्माण में उपयोग होने वाले सल्फर एल्युमीनियम पोटेशियम नाइट्रेट पोटेशियम क्लोरेट जैसी सामग्री भी पाई गई हैं।

By mukeshp pandeyEdited By: Yogesh SahuPublished: Thu, 27 Apr 2023 12:31 AM (IST)Updated: Thu, 27 Apr 2023 12:31 AM (IST)
नवादा: घर में धमाके से पहले बन रहे थे पटाखे, पति-पत्नी समेत तीन गिरफ्तार, छत से कूदे आरोपी के दोनों पैर टूटे
नवादा: घर में धमाके से पहले बन रहे थे पटाखे, पति-पत्नी समेत तीन गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, नवादा। बिहार के नवादा में नगर थाना क्षेत्र के गोंदापुर स्थित ईदगाह के समीप एक मकान में सोमवार की देर रात हुए धमाके के मामले का नवादा पुलिस ने खुलासा कर दिया है।

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इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। नवादा पुलिस अधीक्षक अम्ब्रीष राहुल ने बुधवार को नगर थाना में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान मामले की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि गोंदापुर स्थित मकान में धमाका होने की घटना कोई बम बिस्फोट की नहीं है। पटाखा निर्माण से जुड़ी सामग्री में आग लगने के बाद धमाका हुआ था।

इस मामले में पुलिस ने किराएदार मो. शमीम, उसकी पत्नी समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। पटाखा निर्माण से जुड़े एक फाइनेंसर को भी पुलिस ने पकड़ा है।

किराएदार मो. शमीम जिसके कमरे में धमाका हुआ है उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची एफएसएल की प्रारंभिक रिपोर्ट में भी पटाखा निर्माण सामग्री में विस्फोट की ही बात सामने आई है।

घटनास्थल के निरीक्षण के बाद पाया गया कि जिस मकान में आग लगी थी वहां से बारूद की गंध आ रही थी। मकान तीन मंजिला है।

मकान के भूतल का पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सा पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त पाया गया। घर में रखे सभी समान पूरी तरह जल गए थे।

मकान का पिलर एवं ईंट करीब 50 फीट दूर गिरा हुआ था। निरीक्षण से स्पष्ट हुआ कि मकान में आग लगने एवं क्षतिग्रस्त होने का कारण लोअर ग्रेड विस्फोटक पदार्थ है।

एफएसएल की टीम को मिली सल्फर, पोटेशियम क्लोरेट जैसी सामग्री

एसपी ने बताया गया कि एफएसएल टीम ने घटनास्थल से प्रथम दृष्टया लो ग्रेड एक्सप्लोसिव होने का साक्ष्य जुटाए हैं। इसका उपयोग पटाखा बनाने के लिए किया जाता है।

पटाखा निर्माण में उपयोग होने वाले सल्फर, एल्युमीनियम, पोटेशियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट जैसी सामग्री भी पाई गई हैं।

अनुसंधान के क्रम में इस कांड के आरोपित मो. शमीम आलम एवं उसकी पत्नी गुलशन खातून को गिरफ्तार किया गया है।

दोनों ने पुलिस को बताया कि पटाखा बनाने के लिए सामग्री खरीदने के लिए पैसे नगर के ही मुस्लिम रोड निवासी मो. गुड्डू पिता स्वर्गीय सुलेमान देता था। इसके साथ ही पटाखे बनने के बाद मो. गुड्डू ही उन्हें बेचता था।

पुलिस के डर से भाग रहे गुड्डू का दोनों पैर टूटे, चल रहा इलाज

नगर थाने की पुलिस मंगलवार की देर शाम मुस्लिम रोड निवासी मो. गुड्डू को पकड़ने गई थी। इसी क्रम में पुलिस को देखकर वह छत से कूदकर भागने लगा।

इससे उसके दोनों पैर टूट गए। पुलिस कस्टडी में उसका इलाज एक निजी क्लीनिक में चल रहा है। एसपी ने कहा कि विस्फोटक सामग्री कहां से मंगाई जाती थी, इसकी भी जांच चल रही है।

बिना नियम कानून के यदि विस्फोटक सामग्री की खरीद-बिक्री हो रही थी तो दोषी पाए जाने पर उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हर एंगल से मामले में आगे जांच करेगी।

नरहट बम-गोली बरामदगी मामले में जांच जारी

एसपी अम्ब्रीष राहुल ने पिछले दिनों नरहट के एक जगह से बरामद हुए गोली-बम व असलहा मामले में कहा कि साक्ष्य के अभाव में हिरासत में लिए गए चार लोगों को जरूर छोड़ दिया गया है। लेकिन पूरे मामले की जांच की जा रही है।

उन्होंने कहा कि जिस जगह से गोली-बम मिले वहां कहां से लाए गए, कौन लाया, इसके पीछे क्या मंशा थी? इन सभी चीजों की बारीकी से पड़ताल की जा रही है।


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