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इलेक्शन एक्सप्रेस: गांव का जो करेगा विकास, उसी प्रत्याशी को देंगे साथ

- वादा से नहीं चलेगा काम विकास के नाम पर करेंगे मतदान ------------------------- फोटो-1819

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 07:35 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 07:35 PM (IST)
इलेक्शन एक्सप्रेस: गांव का जो करेगा विकास, उसी प्रत्याशी को देंगे साथ

- वादा से नहीं चलेगा काम, विकास के नाम पर करेंगे मतदान

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फोटो-18,19

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मुकेश कुमार पांडेय,नवादा: नवादा जिले में पांच विधानसभा है। जिसमें नवादा विधानसभा को हॉट सीट माना जाता है। इस सीट पर दो परिवारों का करीब 40 साल से कब्जा है। नवादा विधानसभा का चुनाव पहले चरण में 28 अक्टूबर को होना है। मतदान में मात्र चार दिन बचे हैं। चुनावी सरगर्मी तेज हो चुकी है। दलीय व निर्दलीय प्रत्याशी मतदाताओं से संपर्क कर अपने पक्ष में वोट मांग रहे हैं। वहीं चाय, पान की दुकान व चौक-चौराहों पर लोग चुनावी चर्चा करते दिख रहे हैं। यहां तक की बस व अन्य वाहनों में भी सफर के दौरान लोग चुनावी चर्चा कर रहे हैं। गुरुवार की दोपहर करीब 1:30 बज रहे थे। दो पहिया वाहन से एक साथी को लेकर नवादा-जमुई पथ पर जा रहे थे। तीन नंबर रेलवे गुमटी स्थित सड़क के किनारे प्रिस ट्रेवल्स यात्री बस खड़ी थी। बस पर जब चढ़कर देखा तो हरेक सीट पर दो यात्री बैठे थे। नवादा के गोंदापुर मोहल्ला के सहदेव यादव, भोला यादव एवं गढ़पर मोहल्ला के रंधीर सिंह चंद्रवंशी व युवा मुकेश कुमार सिकंदरा जा रहे थे। ये सभी लोग आपस में बातचीत कर रहे थे कि इस चुनाव में परिवर्तन जरूरी है। शहर से लेकर गांव तक कोई विकास नहीं हुआ है। गांव की सड़कें जर्जर है। सिचाई की कोई व्यवस्था नहीं है। दलीय व निर्दलीय एवं जात-पात से कोई मतलब नहीं है। विकास करने वाले को वोट देंगे। फिर वहां से बाइक से तीन नंबर बस पड़ाव स्थित पप्पू बाबा की चाय दुकान पहुंचा। इंटर की पढ़ाई करने के बाद रोजगार नहीं मिला तो चाय की दुकान खोल दिया। उनका कहना है कि शिक्षक नियोजन में भी आवेदन दिया। लेकिन पदाधिकारियों द्वारा नियोजन के नाम पर मोटी रकम मांग की गई। आर्थिक रूप से कमजोर रहने के कारण शिक्षक नहीं बन सका। इसके बाद चाय की दुकान खोलकर बैठ गया। ऐसा जनप्रतिनिधि बने जो क्षेत्र के शिक्षित युवाओं को रोजगार उपलब्ध करा सके। और सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार व घूसखोरी को समाप्त करे। वहां से कोनियापर पहुंचे। फिर खुटौनी चक के रास्ते करीब चार किलोमीटर की दूरी पर बसा अषाढ़ी गांव पहुंचा। जो सदर प्रखंड के जमुआवां पटवरसराय पंचायत में आता है। कच्ची रास्ते के सहारे बाइक से आगे बढ़ते चला गया। सड़क के दोनों किनारे खेतों में धान का फसल लहलहा रहा था। गांव की अधिकांश गलियों में सोलिग तक नहीं हुई है। गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र के पास कई बुजुर्ग, युवा व महिलाएं बैठकर बातचीत कर रहे थे। 70 साल के बुजुर्ग शिटन राजवंशी, लाटो रविदास, युवा रुपेश कुमार व धर्मेंद्र पंडित एवं सुदमिया देवी समेत अन्य लोग शामिल थे। बुजुर्ग शिटन राजवंशी व लाटो रविदास ने बताया कि गांव की गलियों में सोलिग नहीं कराया गया है। अधिकांश गलियों की स्थिति जर्जर है। बारिश होने पर आने-जाने में परेशानी होती है। 70 साल उम्र हो गया है। वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा है। गांव का जो करेगा विकास, वैसा ही जनप्रतिनिधि को देंगे साथ। युवाओं का कहना है कि सिर्फ वादा करने से काम चलने वाला नहीं है जो विधानसभा क्षेत्र का विकास करेगा उसी को मतदान करेंगे।

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वोटरों की जुबानी

- कई वोटरों ने कहा कि हमसबों को दलीय व निर्दलीय एवं जात-पात से कोई मतलब नहीं है। जो विधानसभा क्षेत्र का विकास करेगा, वैसा ही प्रत्याशी को वोट देगें।

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आंखों देखी

- शिक्षक नियोजन मे प्रयास करने के बाद जब नौकरी नहीं हुई तो पप्पू बाबा ने चाय की दुकान खेल ली। उसने कहा कि सरकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार व घूसखोरी चरम पर है। इसे समाप्त करने की जरूरत है।


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