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दीपावली को लेकर बाजार में सजीं पटाखों की दुकानें

दीपावली को लेकर नगर बाजार में पटाखों की दुकानें सज कर तैयार हो गई है। लोग दीपावली की तैयारी में जुट गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 11:57 PM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 11:57 PM (IST)
दीपावली को लेकर बाजार में सजीं पटाखों की दुकानें
दीपावली को लेकर बाजार में सजीं पटाखों की दुकानें

दीपावली को लेकर नगर बाजार में पटाखों की दुकानें सज कर तैयार हो गई है। लोग दीपावली की तैयारी में जुट गए हैं। पुरानी परंपरा के अनुसार अपने घरों में रंगोली बनाने की तैयारी कर रहे हैं। खासकर महिलाएं जलता हुआ दीया समेत कई तरह के फूल आदि की रंगोली बनाती हैं। इसके लिए महिलाएं अभी से रंगोली बनाने की सामग्री की खरीदारी करने में जुटी हैं। वहीं बच्चे व युवा पटाखा की खरीदारी कर रहे हैं। दुकानों में हरेक रेंज के पटाखे व फुलझड़ी उपलब्ध है।

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खासकर दुकानदारों द्वारा ग्रीन दीपावली मनाने व पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए की व्यापक तैयारी की गई है। नगर के मुस्लिम रोड, लाल चौक स्थित दुकानदारों ने बताया कि इस साल बच्चों की सुरक्षा व प्रदूषणमुक्त दीपावली मनाने के लिए कई रेंज का फुलझड़ी व पटाखा उपलब्ध है। दुकानदारों ने बताया कि वनीता, किड्स मल्टी कलर, आइ स्पाइन एवं हॉट विल्स फुलझड़ी की बिक्री की जा रही है। इसके अलावा मुर्गा, तुर्की, रॉकेट, चॉकलेट, बन-बन आदि पटाखा की भी बिक्री की जा रही है। बच्चे व युवा समेत सभी लोगों को प्रदूषण मुक्त फुलझड़ी ही पसंद आ रही है।

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सुखाड़ व मंहगाई का दिख रहा असर

- दुकानदारों ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल पटाखों की बिक्री गत वर्ष की भांति नहीं हो रही है। दीपावली पर्व के पंद्रह दिन पहले से ही पटाखों की बिक्री रफ्तार पकड़ लेती थी। लेकिन पर्व में मात्र दस दिन बचे होने के बावजूद पटाखों की बिक्री ने रफ्तार नहीं पकड़ी। बाजार में इस साल सुखाड़ व मंहगाई का काफी असर दिख रहा है। दिनभर में इक्का-दुक्का ग्राहक पहुंच रहे हैं।

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कहते हैं दुकानदार

- पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए इस साल प्रदूषण मुक्त फुलझड़ी व पटाखा की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा को लेकर यह सभी पटाखा का इस्तेमाल कर सकते हैं। खासकर बच्चों की सुरक्षा व प्रदूषण संरक्षण को लेकर इस पटाखा को मंगवाया गया है। इसके अलावा कई तरह का पटाखा उपलब्ध है। लेकिन सुखाड़ व महंगाई के कारण पटाखों की बिक्री रफ्तार नहीं पकड़ रही है। दिनभर में इक्का-दुक्का ग्राहक पहुंच रहे हैं। ऐसे सुरक्षा के ²ष्टिकोण से दुकान में गैस किट, बालू, कंबल, पानी आदि का पुख्ता इंतजाम किया गया है। ताकि किसी प्रकार का दुर्घटना नहीं हो।

गुलाम मुस्तफा, पटाखा दुकानदार। फोटो-13.

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पटाखे व फुलझड़ी की कीमत

प्रदूषण मुक्त फुलझड़ी

आइ स्पाइन- 50 से 100 रुपये पैकेट।

वनीता- 30 से 60 रुपये पैकेट।

हॉट विल्स- 90 रुपये पैकेट।

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अन्य पटाखों की कीमत

मुर्गा छाप- 40 से 50 रुपये पैकेट।

तुर्की छाप- 16 से 25 रुपये पैकेट।

रॉकेट- 50 से 80 रुपये पैकेट।

छुरछुरी- 2 से 20 रुपये पैकेट।

चॉकलेट - 40 से 60 रुपये पैकेट।

बन-बन- 20 से 40 रुपये पैकेट।

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चिकित्सकों की सलाह

- दीपावली रोशनी का पर्व है। इस पर खासकर बच्चे व युवा आतिशबाजी करते हैं। पटाखा में बारूद की मात्रा होती है। जो काफी ज्वलनशील होता है। पटाखा छोड़ते समय बच्चे व युवा को सुरक्षित रहना जरूरी है। इसके साथ ही सावधनी बरतनी चाहिए। अगर पटाखा से कोई भी व्यक्ति जख्मी हो जाता है तो सबसे पहले अपने घर में सूती कपड़ा से जख्म वाले स्थान पर तुरंत बांध दें। इसके बाद नजदीकी अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों की सलाह से दवा आदि का सेवन करें।

डॉ.प्रभाकर सिंह, चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल नवादा। फोटो-14.


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