महज 11 दिनों में आठ की हत्या से दहला नवादा
फरवरी महीने को अभी मात्र 11 दिन ही बीते हैं। इस 11 दिनों की अवधि में जिले में छात्र, महिला समेत आठ लोगों की हत्या की जा चुकी है।
फरवरी महीने को अभी मात्र 11 दिन ही बीते हैं। इस 11 दिनों की अवधि में जिले में छात्र, महिला समेत आठ लोगों की हत्या की जा चुकी है। अपराधियों की लगातार सक्रियता के बाद जिले में दहशत व्याप्त हो गया है। जिले के रजौली, नारदीगंज, पकरीबरावां, गो¨वदपुर, अकबरपुर, सिरदला और मेसकौर थाना क्षेत्र में हत्या की एक-एक वारदात घटित हो चुकी है। चार घटनाओं में आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है। लेकिन कई मामलों की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को अबतक सफलता नहीं मिल सकी है। रमडीहा के महेंद्र, थाली बाजार के पीयूष हत्याकांड में पुलिस अबतक नाकाम है। इन दोनों हत्याओं में उग्रवादियों की संलिप्तता है या फिर स्थानीय अपराधियों की, यह भी सामने नहीं आ सका है। वहीं नान्हू बिगहा के मुकेश हत्याकांड में मुख्य आरोपित अजय की गिरफ्तारी हुई, जबकि शेष को पकड़ा जाना बाकी है। बहरहाल, अपराधियों की सक्रियता के बाद जिलेवासियों में दहशत व्याप्त है। लोग डर के साये में जी रहे हैं। एक के बाद एक हत्या कर अपराधी पुलिस को अपनी चुनौती पेश कर रहे हैं। गौरतलब है कि जनवरी महीने में भी पांच लोगों की हत्या की जा चुकी है। इस तरह वर्ष 2019 के पहले डेढ़ महीने के भीतर कुल 13 लोगों की हत्या की जा चुकी है। फरवरी महीने के आंकड़ों पर गौर करें तो 2 फरवरी को रजौली में नक्सलियों ने की रमडीहा निवासी महेंद्र यादव और नारदीगंज के चरनाचातर में दहेज के लिए कौशल्या देवी की हत्या की गई। उसी दिन पकरीबरावां के सलेमपुर गांव में ट्रैक्टर मजदूर सरयुग राम की गर्दन काटकर निर्मम हत्या कर दी गई। 6 फरवरी को गो¨वदपुर के थाली बाजार में पीयूष कुमार और नारदीगंज के बरियो में कलेज राठौर की पीट-पीटकर हत्या की गई। 9 फरवरी को अकबरपुर के नान्हू बिगहा निवासी मुकेश यादव, 10 फरवरी को सिरदला के एक गांव में डायन के शक में वृद्ध महिला की हत्या की गई। 11 फरवरी को मेसकौर के अरंडी में मंझवे पहाड़ी के नीचे खेत से युवक का सिर कटा शव बरामद किया गया। इन घटनाओं से साफ होता है कि अपराधी काफी सक्रिय हैं।