स्पष्टीकरण देने के पूर्व अवकाश पर गए प्रभारी जेलर
नवादा। बंदियों के परिजनों से नाजायज वसूली का वीडियो वायरल होने के मामले में मंडल कारा कर्मियों की मु
नवादा। बंदियों के परिजनों से नाजायज वसूली का वीडियो वायरल होने के मामले में मंडल कारा कर्मियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। उक्त मामले में जेल अधीक्षक ने आरोपितों से स्पष्टीकरण की मांग तो की ही है, अब समाहर्ता ने भी अपने स्तर से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर दी है। स्वभाविक है कि मामला पेचीदा होता जा रहा है।
इस बीच आरोपित लिपिक सह प्रभारी जेलर स्पष्टीकरण देने के पूर्व पत्नी की बीमारी का इलाज कराने को कह अवकाश पर चले गए। ऐसे में स्पष्टीकरण देने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है, तो उनके अवकाश से वापस लौटने का इंतजार किया जा रहा है। कहा जा सकता है कि मामले को ठंडे बस्ते में डालने की कवायद हो रही है। दरअसल, यहां सवाल खड़ा हो रहा है कि जब स्पष्टीकरण की मांग की गई तो जवाब देने के पूर्व अवकाश स्वीकृत क्यों किया गया।
बता दें कि वीडियो वायरल से संबंधित खबर जागरण में गुरुवार को प्रकाशित होने के बाद जेल अधीक्षक ने आरोपित से जवाब-तलब करते हुए 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण की मांग की थी। उसके तत्काल बाद समाहर्ता कौशल कुमार ने काराधीक्षक से पूरी रिपोर्ट तलब कर दी। तब लिपिक सह प्रभारी जेलर पत्नी की बीमारी का इलाज कराने के लिए अवकाश लेकर चलते बने। अब उनके आने का इंतजार जेल प्रशासन को है। बता दें कि जो वीडियो वयरल हुआ था उसमें जमानत प्राप्त बंदियों को जेल से मुक्त करने की एवज में रुपये वसूली की तस्वीरें कैद है। भ्रष्टाचार से संबंधित इस वीडियो के वायरल होने से कारा प्रशासन की मुश्किलें बढ़ी हुई है।
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कहते हैं काराधीक्षक
-पत्नी का इलाज कराने के लिए अवकाश का आवेदन प्राप्त होने के बाद उसे स्वीकृत किया गया। स्पष्टीकरण का जवाब उन्हें देना है। उनके लौटने का इंतजार है। स्पष्टीकरण मिलते ही वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी। किसी को बचाने का कोई प्रश्न ही नहीं है।
रामाधार ¨सह,अधीक्षक, मंडल कारा, नवादा।