आत्महत्या से पहले फ़ेसबुक पर अपडेट किया था "आई लव माई फ़ैमिली", सामूहिक आत्महत्या के पीछे छुपी मार्मिक कहानी
मरने से पहले तड़प रहे परिवार के मुखिया केदार लाल गुप्ता ने बताया कि परिवार पर 12 लाख रुपया का कर्ज़ हो गया था और वह नहीं चुका पा रहे थे। जिसकी वजह से महाजन बार-बार उन्हें तंग करता था। अंतिम सांस तक प्रिंस अपने पिता को पकड़कर लिपटा रहा।
ऑनलाइन डेस्क, पटना। आज सुबह- सुबह एक हृदयविदारक घटना ने सबको चौंका दिया। क़र्ज़ के दबाव में नवादा ज़िले में एक ही परिवार के सभी सदस्यों ने ज़हर खाकर आत्महत्या कर लिया। सपरिवार ज़हर खाकर सामूहिक आत्महत्या की इस घटना में एकमात्र ज़िंदगी और मौत से जूझ रही परिवार की बेटी साक्षी और मरते हुए परिवार के सदस्यों ने कुछ ऐसी बातें बतायी हैं, जिनको सुनकर हर आदमी मार्मिक हो उठा। ज़हर खाने के बाद मरने से पहले तड़प रहे परिवार के मुखिया केदार लाल गुप्ता ने बताया कि परिवार पर 12 लाख रुपया का कर्ज़ हो गया था और वह उसे नहीं चुका पा रहे थे। जिसकी वजह से महाजन बार-बार उन्हें तंग किया करता था। यही बात मरते समय ज़हर खाए साक्षी के भाई 17 वर्षीय प्रिंस कुमार ने भी कहा कि परिवार पर बहुत ज़्यादा कर्ज़ हो गया था जिसकी वजह से कोई उपाय नहीं देख कर हम सभी को आत्महत्या करने का फ़ैसला ही अंतिम विकल्प दिखा।
मरने से साक्षी के भाई ने लिखा "आई लव माई फ़ैमिली"
मरने से पहले साक्षी के भाई ने फ़ेसबुक पर पोस्ट किया था जिसमें लिखा था "आई लव माई फ़ैमिली"। यही नहीं और भी बहुत सारे उदास वाले पोस्ट और पारिवारिक फ़ोटो भी उसने अपने इंटरनेट मीडिया पर शेयर की थी। इन सभी पोस्ट को देखकर ही समझा जा सकता है कि सभी परिवार के सदस्यों में आपस में कितना प्रेम था और किन परिस्थितियों में परिवार के सदस्यों ने आत्महत्या जैसा बड़ा क़दम उठाया होगा।
सभी ने खाई सल्फ़ास की गोलियां
सभी ने सल्फ़ास की चार-चार गोलियां खाई हैं। परिवार के कुल छह सदस्यों ने ज़हर खा लिया था। उसके बाद एक- एक कर सारे मरते गए इसमें एक मात्र साक्षी को ही बचाया जा सका है जो जीवन और मौत से जंग लड़ रही है। ज़िले के एसपी डॉक्टर गौरव मंगला साक्षी से मिलकर उसका बयान ले रहे हैं।
मरते दम तक अपने पिता से लिपटा रहा प्रिंस
अंतिम सांस तक 17 वर्षीय प्रिंस अपने पिता केदार लाल गुप्त को पकड़कर लिपटा रहा और कर्ज़ के बारे में बताकर उसी अवस्था में लिपटकर प्राण त्याग दिया। यह दृश्य देखकर हर कोई मार्मिक हो जा रहा है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इन सभी को एक-दूसरे से कितना प्यार था और कितने मजबूरी में और कितने प्रताड़ना के बाद उन लोगों ने इतना कड़ा फ़ैसला लिया होगा।
किराए के मकान में नहीं खाया ज़हर
बता दें कि पिता केदार लाल गुप्त नवादा में किराये के मकान में रह कर फल की दुकान से अपना परिवार चलाते थे। उन्होंने अपने किराये के मकान में ज़हर नहीं खाकर 2 किलोमीटर दूर मज़ार पर जाकर ज़हर खाया। यहां वो अक्सर अपने परिवार के साथ आया करते थे। शायद उन्हें चिंता थी कि किराया के मकान में आत्महत्या करने से मकान मालिक को भी काफ़ी तक़लीफ हो सकती है। ज़हर खाने वालों में केदार लाल गुप्ता, उनकी पत्नी, 20 वर्षीय गुड़िया कुमारी ,18 वर्षीय साक्षी कुमारी , 17 वर्षीय प्रिंस कुमार ,19 वर्षीय शवनम कुमारी शामिल हैं। इसमें साक्षी को गंभीर हालत में पटना रेफर किया गया है। जिन सबसे कर्ज लिया, उसकी एक सूची रजिस्टर के साथ बरामद हुई है।