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बिना वेतन के ही मनाना होगा ईद

By Edited By: Published: Mon, 28 Jul 2014 10:57 AM (IST)Updated: Mon, 28 Jul 2014 10:57 AM (IST)

संवाद सूत्र, मेसकौर (नवादा) : प्रखण्ड के प्रारंभिक विद्यालय में नियोजित दर्जनों शिक्षकों को बिना वेतन के ही ईद मनाना पड़ेगा। यह स्थिति तब है जब कई शिक्षकों ने विगत दो सप्ताह में दो बार डीएम के जनता दरबार में मानदेय के लिये गुहार लगायी है। इस बाबत नियोजित शिक्षक संघ के प्रखण्ड अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार ने बताया कि प्रखण्ड में तीन दर्जन से अधिक अल्पसंख्यक शिक्षक हैं। इन शिक्षकों का पूरा रमजान बिना वेतन के ही गुजारना पड़ा। जबकि अभी मंहगाई की क्या स्थिति है, यह किसी से छिपी नहीं है। अभी विभाग की लापरवाही की जो स्थिति है उससे लगता भी नहीं है कि इन शिक्षकों को ईद तक मानदेय का भुगतान हो जायेगा। संघ अध्यक्ष के अनुसार प्रखण्ड में तृतीय चरण के तहत नियोजित होने वाले करीब एक दर्जन शिक्षक को विगत एक वर्ष से हाई कोर्ट के आदेश पर, द्वितीय चरण के तहत नियोजित होने वाले करीब 4 दर्जन शिक्षकों को 8 माह से तथा करीब तीन दर्जन शिक्षा मित्र को विगत 7 माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। इस बावत उत्क्त्रमित मध्य विद्यालय सीतामढ़ी में नियोजित शिक्षा मित्र कृष्णनंदन चौहान ने अपना दुखड़ा सुनाते हुये कहा कि 7 माह से मानदेय नहीं मिलने के कारण परिवार के समक्ष भूखमरी की स्थिति आ गयी है। स्थिति यह है कि बच्चों के पढ़ाई के लिये भी पैसा नही बचा है। संघ अध्यक्ष ने कहा कि एक अगर एक सप्ताह के भीतर सभी शिक्षकों के बकाया मानदेय का भुगतान नही किया गया तो नियोजित शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा दिये गये सभी निर्देशों का बहिष्कार कर पठ्न पाठ्न बंद कर देंगे।


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