श्रमिकों व बैंक कर्मियों के हड़ताल के पहले दिन सात करोड़ का व्यापार प्रभावित
बिहारशरीफ: सरकार की नीतियों के विरोध में मंगलवार को व्यापक बंद का आह्वान किया गया। दो दिनों के बंद क
बिहारशरीफ: सरकार की नीतियों के विरोध में मंगलवार को व्यापक बंद का आह्वान किया गया। दो दिनों के बंद के पहले दिन जिले के श्रमिक व बैंक कर्मी हड़ताल पर रहे। इस व्यापक हड़ताल में श्रमिक यूनियनों के साथ राष्ट्रीयकृत बैंक, संगठित निजी बैंक क्षेत्रीय गास्त्रमीण बैंक, बीमा कंपनी सहित सहकारी बैंक कर्मियों ने भाग लिया। इस हड़ताल में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की सभी 104 शाखाएं शामिल हुई। बैंकों के हड़ताल से करीब सात करोड़ का व्यापार प्रभावित हुआ है। इस संदर्भ में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स फेडरेशन के उपाध्यक्ष ध्रुव प्रहलाद नागवंशी ने कहा कि सरकार की नीति कर्मचारियों के हित के विपरीत है। ऐसे में हड़ताल के सिवाय उनके पास विकल्प नहीं था। इस मौके पर संजीव कुमार, शाखा प्रबंधक रंजीत कुमार सिन्हा, सुधीर कुमार, किशोर कुमार सिन्हा, धनंजय कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग हड़ताल पर डटे दिखे। वहीं ऑल इंडिया सेंट्रल काउन्सिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स भी अपनी 12 सूत्री मांगों को ले हड़ताल पर रहे। इस मौके पर ऐक्टू नेता राजकिशोर शर्मा ने कहा कि देश का श्रमिक अपने बुरे दौर से गुजर रहा है। जहां न तो उनकी बातें सुनी जाती न उनकी मांगों पर विचार किया जाता। इस मौके पर हड़ताल कर्मी श्रमकल्याण मैंदान से निकल कर भैंसासुर होते हुए पुलपर पहुंचे। इस दरम्यान सरकार विरोधी नारे भी लगते रहे। इस जुलूस में रामदेव चौधरी, मन्ना कुमारी, मकसुदन शर्मा, राजकिशोर प्रसाद सहित दर्जनों की संख्या में लोग शामिल थे।
--------------------------------------------------------
कर्मचारियों की मांगे :
- सरकार श्रमिक तथा कर्मचारी विरोधी नीतियों को वापस ले
- दैनिक मजदूरों को नियमित करे
- प्रर्वतक बैंक की सभी सुविधाएं ग्रामीण बैंक में लागू हो
- आउट सोर्सिंग बंद हो
- पेंश 1993 के प्रभाव से दिया जाए