वर्चुअल हुआ कोर्ट रूम, चार अलग-अलग स्टूडियो में बैठेंगे जज, वकील व कर्मी
बिहारशरीफ। कोरोना संक्रमण ने कई व्यवस्थाओं को बदल दिया है। किसी कार्य के सिलसिले में आमने-सामने मिलने-जुलने की बजाए ऑनलाइन संवाद को तबज्जो दी जा रही है। इसी कड़ी में बिहारशरीफ जिला न्यायालय परिसर व हिलसा अनुमंडल कोर्ट परिसर में गुरुवार को वर्चुअल कोर्ट रूम की स्थापना कर दी गई। व्यवस्था ऐसी है कि जज न्यायिक कर्मी और अधिवक्ता सभी अलग-अलग स्टूडियोनुमा कमरों में बैठेंगे और किसी मामले की सुनवाई में हिस्सा ले सकेंगे।
बिहारशरीफ। कोरोना संक्रमण ने कई व्यवस्थाओं को बदल दिया है। किसी कार्य के सिलसिले में आमने-सामने मिलने-जुलने की बजाए ऑनलाइन संवाद को तबज्जो दी जा रही है। इसी कड़ी में बिहारशरीफ जिला न्यायालय परिसर व हिलसा अनुमंडल कोर्ट परिसर में गुरुवार को वर्चुअल कोर्ट रूम की स्थापना कर दी गई। व्यवस्था ऐसी है कि जज, न्यायिक कर्मी और अधिवक्ता सभी अलग-अलग स्टूडियोनुमा कमरों में बैठेंगे और किसी मामले की सुनवाई में हिस्सा ले सकेंगे। मिलने-जुलने या एक ही कोर्ट रूम में रहने की विवशता खत्म। इससे शारीरिक दूरी बरकरार रहेगी और कोरोना के प्रसार की आशंका कम हो जाएगी। बता दें कि कोरोना संक्रमण के प्रसार के शुरूआती दौर में ही कोर्ट के कई अधिवक्ता व कर्मी इसकी चपेट में आ चुके हैं। इससे न्यायिक कार्य बाधित होता रहा है। अभी भी कोर्ट पूरी क्षमता के साथ काम नहीं कर पा रहा। विकल्प के तौर पर इंटरनेट के जरिए गूगल जूम पर सुनवाई की व्यवस्था की गई। परंतु इंटरनेट स्पीड कम होने व नेटवर्क की समस्या के कारण इस प्रक्रिया में भी अड़चन आती रही। अब वर्चुअल कोर्ट रूम की स्थापना के बाद मामलों की सुनवाई में तेजी आएगी। छुट्टी के बाद आज से कोर्ट खुलेगा। 31 अक्टूबर को दिवंगत अधिवक्ता को श्रद्धांजलि देने को शोकसभा होगी। इसके बाद दो नवंबर से काम सुचारू रूप से चल सकेगा।
गुरुवार को बिहारशीफ व हिलसा के स्टूडियो बेस वर्चुअल कोर्ट रूम का जिला जज रमेश चन्द्र द्विवेदी ने उद्घाटन किया। बताया गया कि एक स्टूडियोनुमा कमरे में सेशन जज, दूसरे में न्यायिक कर्मी बैठेंगे। जबकि दो अलग-अलग कमरे अधिवक्ताओं के लिए होंगे। न्यायिक कार्यवाही वीडियो के माध्यम से होगी। जिला जज ने कहा कि इंटरनेट की गड़बड़ी के कारण पहले से जारी वर्चुअल सुनवाई से अधिवक्ता अलग हो रहे थे। जानकारी व एंड्रायड फोन के अभाव में उनके कार्य में बाधा हो रही थी। अब अधिवक्ता इस कमरे में बैठकर बेहिचक सुनवाई में भाग ले सकते हैं। पीपी कैसर इमाम ने अधिवक्ताओं के कार्य को सुविधा जनक बनाने के लिए जिला जज समेत अन्य न्यायिक पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया। उद्घाटन कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश विजय आनंद तिवारी, एडीजे आशुतोश कुमार सहित सीजेएम व एसीजेएम संतोष गुप्ता एवं प्रभाकर झा, जेएम विद्यानंद सागर तथा कोर्ट मैनेजर शहजाद, आनंद जी सहाय अन्य न्यायिक कर्मी व अधिवक्ता दिलीप कुमार, जितेन्द्र कुमार, अनील सिंह, सकलदीप, शैलेन्द्र, संजय, शंभू कश्यप, सुधीर आदि मौजूद थे।