सवर्ण एकता समागम की ¨चगारी फैलेगी सम्पूर्ण देश में दावानल की तरह : रामनरेश
नालंदा। युगांतर नालंदा के इतिहास में करवटें लेने का समय अब आ गया है। 3 फरवरी को राजगीर के अंतरराष्ट
नालंदा। युगांतर नालंदा के इतिहास में करवटें लेने का समय अब आ गया है। 3 फरवरी को राजगीर के अंतरराष्ट्रीय कनवेंशन हॉल में आयोजित सवर्ण एकता समागम में इस बार नालंदा का इतिहास फिर करवट लेगा। जहां राज्य भर के सवर्ण परिवार अपनी एकता एवं अखंडता का मजबूत नींव स्थापित करेंगे। उक्त बातें शुक्रवार को मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक शर्मा ने सुधा निवास में प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार लोगों में जोश-खरोश देखा जा रहा है इससे देखते ही लग रहा है कि राजगीर का कंवेंशन हॉल छोटा पड़ जाएगा। मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक रामनरेश ¨सह ने कहा कि 3 फरवरी को नालंदा के इतिहास में अद्भुत दिवस होगा। जहां से दुनिया भर में सत्य और अ¨हसा का संदेश देने वाले भगवान बुद्ध व महावीर के अलावा कई वीर प्रतापों की भूमि रही नालंदा में सवर्ण अपने अधिकारों की रक्षा तथा राष्ट्र निर्माण की शपथ लेंगे।
देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद के साथ नूरे मुहम्मद की संतान एकता एकता की प्रतिबद्धता दिखाएगी और अपने अधिकारों की रखा का शपथ लेंगे। पूर्व विधायक ने कहा कि हम अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े और अति पिछड़ों को प्राप्त संवैधानिक सुविधा में कटौती नहीं चाहते। अगर जरूरत पड़ी तो उनके निर्धन परिवारों के लिए अपने कोटे से भी कटौती करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सवर्ण एकता समागम की ¨चगारी सम्पूर्ण देश में दावानल की तरह फैलेंगी। समागम पर मगध सुर सम्राट मनीष शर्मा द्वार सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर रामरतन ¨सह, प्रियतम राजा, अवधेश ¨सह, सोनूजी, कैप्टन सुनील, डोमन ¨सह, अभय ¨सह, सकल ¨सह, गुलशन कुमार, प्रमोद ¨सह, बृजनंदन ¨सह, रामबालक ¨सह, कामता ¨सह, उदय ¨सह, विजय ¨सह आदि उपस्थित थे।