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नव वर्ष पर सवा लाख से अधिक लोगों ने राजगीर का किया भ्रमण

राजगीर: सूबे भर में पिकनिक और पर्यटन की सबसे पसंदीदा नगरी राजगीर में नए साल का पहला दिन सवा लाख से अ

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Jan 2019 07:07 PM (IST)Updated: Tue, 01 Jan 2019 07:07 PM (IST)
नव वर्ष पर सवा लाख से अधिक लोगों ने राजगीर का किया भ्रमण
नव वर्ष पर सवा लाख से अधिक लोगों ने राजगीर का किया भ्रमण

राजगीर: सूबे भर में पिकनिक और पर्यटन की सबसे पसंदीदा नगरी राजगीर में नए साल का पहला दिन सवा लाख से अधिक लोगों का आगमन हुआ। हालांकि सुबह 10 बजे से ही राजगीर बस स्टैंड से लेकर ब्रह्मकुंड होते हुए रोपवे परिसर तक जाने वाली सड़क पर दोनों ओर से 4 पहिया वाहनों, टमटम और बसों की कतार लगी रही। इस बीच लोग जाम से जूझते रहे लेकिन नव वर्ष के उमंग के सामने सड़क जाम का कोई खास असर लोगों पर नहीं दिखा। 2 से 3 बजे के बीच तो जाम की स्थिति और भयावह हो गई। रोपवे से बस स्टैंड के बीच 2 किमी की दूरी तय करने में 4 पहिया वाहनों में सवार लोगों को 1 घण्टे से भी ज्यादा का वक्त लगा। घूमने फिरने की मस्ती और उत्साह जाम में फंसने के कारण जाता रहा। हालांकि बाइक से न्यू ईयर मनाने आये लोग दाएं बाएं करके निकलते रहे। उन्हें जाम में ज्यादा देर नहीं फंसना पड़ा। सबसे राहत में पैदल राहगीर रहे। लोगों ने राजगीर में 5-6 किमी तक फैले पार्क और रोपवे परिसर तक जाने और आने का सफर पैदल ही तय किया, उनके लिए नए साल का जश्न बेहतर रहा। ह•ारों लोग पहाड़ पर बने जैन मंदिर के दर्शन के लिए पैदल ही जाते दिखे। पहाड़ पर लकड़ी व गैस के चूल्हे जलाकर मटन, चिकेन का लुत्फ उठाते हुए लोग दिखे। सोन भंडार व आसपास का इलाका पिकनिक का सबसे हॉट स्पॉट रहा। यहां लोग खाने पीने के बाद साउंड बॉक्स पर ¨हदी व भोजपुरी गानों पर थिरकते नजर आए। राजगीर के ब्रह्मकुंड से लेकर रोपवे परिसर तक सारी कम्पनियों के मोबाइल नेटवर्क ठप रहे। इस कारण भीड़ में एक-दूसरे से बिछड़े लोगों को संपर्क करने में मुश्किल हुई।

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पुलिस थी, पर नहीं थी ट्रैफिक कंट्रोल की प्ला¨नग नए साल के पहले दिन 1 से सवा लाख पर्यटकों का अनुमान पहले से था। लोग इससे भी ज्यादा आये। इसके मद्देनजर पुलिस की जगह-जगह तैनाती थी। पर उनकी संख्या नाकाफी थी। किला मैदान व ब्रह्मकुंड परिसर के आगे पुलिस आने जाने वाले वाहनों को कंट्रोल करती दिखी। पुलिस वाले कुछ देर गाड़ियों को किला मैदान में पार्क कराते दिखे। परन्तु जिन्हें ब्रह्मकुंड परिसर से आगे रोपवे जाना था, वे वाहन सवार नहीं माने और सीधे गाड़ी बढ़ा दी। वहीं जरा देवी मंदिर, जयप्रकाश उद्यान और सोन भंडार समेत मृग विहार जाने वाले रास्ते पर पुलिस नहीं थी। लोग अपनी समझ से वाहन को आगे ले जाने की होड़ में रहे। नतीजतन, हर 15 मिनट पर गाड़ियों के पहिए थमते रहे। कभी एक कतार थमती तो कभी दूसरी। कुल मिलाकर भीड़ के मद्देनजर ट्रैफिक कंट्रोल की प्ला¨नग का अभाव दिखा।

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रोपवे व घोड़ा कटोरा पहुंचे 30 से 40 हजार लोग रोपवे परिसर व घोड़ा कटोरा पहुंचने वालों का इस साल रिकार्ड टूट गया। 30 से 40 हजार लोग इन दोनों जगहों पर पहुंचे। रोपवे परिसर से मुख्य द्वार के बीच आधा किमी की दूरी में वाहन पार्क किए गए। घोड़ा कटोरा जाने के लिए करीब 2 से ढाई सौ टमटम बुक हुए। एक टमटम पर औसतन 7 सवारी बैठाई गई। लगभग हर टमटम ने रोपवे परिसर से 7 किमी दूर घोड़ा कटोरा के दो चक्कर लगाए। रोपवे पर चढ़ने के लिये काफी लंबी कतार लगी रही।

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बेहतरीन डेस्टिनेशन रहा पांडु पोखर

भले पांडु पोखर के भ्रमण में लोगों को जेब ढीली करनी पड़ी। लेकिन राजगीर में पिकनिक, खेल कूद और मस्ती का बेहतरीन डेस्टिनेशन पाण्डुपोखर ही रहा। यहां भी बो¨टग के लिए लम्बी कतार लगी रही। लोगों को अपनी बारी के लिए कम से कम घण्टे भर इंत•ार करना पड़ा। बच्चे झूलों और अन्य तरह के गेम का आनंद उठाते दिखे।


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