महोत्सव के लिए सजधज रहा पावापुरी, 5 को आएंगे सीएम
बिहारशरीफ: 5 नवंबर से दो दिवसीय पावापुरी में दो दिनों के महोत्सव का आगाज होगा। महोत्सव का उद्घाटन म
बिहारशरीफ: 5 नवंबर से दो दिवसीय पावापुरी में दो दिनों के महोत्सव का आगाज होगा। महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए पावापुरी को सजाया-संवारा जा रहा है। भव्य पंडाल बनाये जा रहे हैं। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने पावापुरी महोत्सव के लिए तैयार किए जा रहे पंडाल व अन्य का जायजा लिया। अधिकारियों ने कहा कि महोत्सव के दौरान सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए जाएंगे। सजावट, पंडाल व मंच की मजबूती पर विशेष ध्यान देने को कहा। पंडाल के अंदर व बाहर बैरिके¨डग को मजबूत बनाने का निर्देश दिया। पंडाल में सभी सुरक्षात्मक मानदंडों का पालन करने को कहा गया। राजगीर महोत्सव की तर्ज पर पावापुरी महोत्सव में भी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। रंगोली ,पें¨टग एवं मेहदी एवं अन्य प्रतियोगिता का आयोजन होना है। पावापुरी महोत्सव में इस बार प्रसिद्ध कथक कलाकार पंडित बिरजू महाराज की पोती व इंडियन आइडल की प्रतिभागी रही अनन्या मिश्रा व सारेगमप के प्रतिभागी आलोक चौबे की जोड़ी लोगों को झूमाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 5 नवंबर को शाम में सवा 4 बजे सीएम मुख्य कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इसके ठीक बाद शाम 5 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। सीएम पावापुरी में वाटर एटीएम का भी उद्घाटन करेगे
पांच नवंबर को सुबह में 10.30 बजे से आदर्श मध्य विद्यालय में शौचालय निर्माण घर का सम्मान, शराबबंदी-बाल विवाह निषेध और दहेज प्रथा उन्मूलन विषय पर आधारित रंगोली, मेहंदी, पें¨टग और अन्य प्रतियोगिताएं होंगी। 6 नवंबर को सुबह 10.30 बजे से स्थानीय कलाकारों का सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री के अलावा राज्य सरकार के कई मंत्री शिरकत करेंगे। भगवान महावीर पर सबसे पहले लड्डू चढ़ाने को लगती है बोली जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की निर्वाण भूमि पावापुरी जैन धर्मावलंबियों का आस्था का केंद्र है। यहां सालों भर देश-विदेश के श्रद्धालु आते रहते हैं। हर साल दीपावली के मौके पर भगवान महावीर की विशेष पूजा की जाती है। 5 तारीख को आ रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैनियों के पर्व की शुरूआत ध्वजारोहण के साथ करेंगे। इसके लिए समारोह स्थल तैयार कर लिया गया है। इसमें भाग लेने के लिए कई देशों के श्वेताम्बर व दिगंबर जैन श्रद्धालु आते हैं। कार्तिक अमावस्या की मध्य रात्रि में भगवान महावीर का निर्वाण हुआ था। इसी उपलक्ष्य में हर साल दीपोत्सव पर यहां जैन श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती है। खास यह कि जलमंदिर में लड्डू चढ़ाने के लिए श्वेताम्बर व दिगंबर श्रद्धालुओं के बीच अलग-अलग बोली लगती है। दोनों संप्रदायों में अलग-अलग जो ज्यादा बोली लगाते हैं, उन्हें सबसे पहले निर्वाण लड्डू चढ़ाने का मौका मिलता है।