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नालंदा में उफान पर लोकायन, हिलसा पर बाढ़ का खतरा मंडराया

बिहारशरीफ। पिछले 5 दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण लोकायन नदी के जल स्तर में अचानक वृद्धि हो गई है। इस कारण हिलसा एवं करायपरसुराय प्रखंड के पश्चिमी इलाके पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। शनिवार को दोपहर बाद हिलसा शहर से सात किमी दूर हिलसा-चिकसौरा-बांस बिगहा मुख्य सड़क पर रेड़ी गांव के पास बने पुल पर लोकायन नदी का पानी चढ़ गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Jul 2021 11:31 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jul 2021 11:31 PM (IST)
नालंदा में उफान पर लोकायन, हिलसा पर बाढ़ का खतरा मंडराया
नालंदा में उफान पर लोकायन, हिलसा पर बाढ़ का खतरा मंडराया

बिहारशरीफ। पिछले 5 दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण लोकायन नदी के जल स्तर में अचानक वृद्धि हो गई है। इस कारण हिलसा एवं करायपरसुराय प्रखंड के पश्चिमी इलाके पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। शनिवार को दोपहर बाद हिलसा शहर से सात किमी दूर हिलसा-चिकसौरा-बांस बिगहा मुख्य सड़क पर रेड़ी गांव के पास बने पुल पर लोकायन नदी का पानी चढ़ गया है। हिलसा प्रखंड के मिर्जापुर पंचायत के पचासा पर गांव के पास लोकायन नदी के पूर्वी तटबंध में रिसाव शुरू हो गया है। ग्रामीण इस रिसाव को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन नदी की तेज धार के कारण यह संभव नहीं हो रहा है। यदि इस जगह पर तटबंध टूटा तो दर्जनों गांव बाढ़ में डूब जाएंगे। तटबंध में रिसाव की सूचना मिलते आसपास के ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है। इसी प्रकार सोहरापुर, नवगढ़, जमुआरा, पेंदापुर, मुर्गियाचक, मुसाढी समेत दर्जनों गांव के पास लोकायन नदी के तटबंध पर पानी का भारी दबाव पड रहा है। यदि नदी का जल स्तर इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो रात में कई स्थानों पर नदी का तटबंध टूट सकता है।

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बीते साल तटबंध टूटने पर मची थी भारी तबाही

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विदित हो कि बीते वर्ष पचासापर में इसी स्थान पर तकरीबन 80 फीट लंबाई में नदी का तटबंध टूट गया था। जिससे हिलसा के पश्चिमी इलाके में भारी तबाही हुई थी। सैकड़ों एकड़ खेतों में धान की लगी फसल बाढ़ में डूब कर बर्बाद हो गई थी। दर्जनों गांव डूब गए थे।

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डीएम ने लिया हालात का जायजा, सबको किया अलर्ट

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हिलसा अनुमंडल के एकंगरसराय, हिलसा एवं करायपरशुराय प्रखंड के पश्चिमी इलाकों में हमेशा तबाही मचाने वाली लोकायन नदी में संभावित बाढ़ के मद्देनजर शनिवार को डीएम योगेन्द्र सिंह ने बंधुगंज व निर्माणाधीन मंडई वियर का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि 30 जुलाई को हजारीबाग व चतरा में भारी बारिश के कारण फल्गु नदी का जल स्तर 30 जुलाई को खतरे के निशान 111.69 को पार गया था। इस कारण उदेरा स्थान बराज से 50 हजार क्यूसेक जल का प्रवाह हो रहा है। जिससे मंडई वियर के डाउन स्ट्रीम में धोवा नदी व लोकाइन नदी में उफान आ गया है। उन्होंने बताया कि संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर सभी प्रकार की तैयारियां शुरू कर दी गई है। सभी पदाधिकारियों को तटबंधों की निगरानी करने का निर्देश दिया गया है। सिचाई प्रमंडल उदेरा स्थान के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि 80 हजार से लेकर 90 हजार क्यूसेक जल प्रवाहित होने की संभावना है। जिससे नालंदा जिले के एकंगरसराय, हिलसा तथा कराय परसुराय के क्षेत्र प्रभावित होंगे।

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एसडीओ ने लोकाइन नदी तटबंध का लिया जायजा

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शनिवार को हिलसा के अनुमंडल पदाधिकारी राधाकांत, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रिया कुमारी एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी चंद्र प्रकाश मिश्रा ने प्रखंड क्षेत्र से गुजरी लोकायन नदी के बढ़ते जलस्तर का स्थल निरीक्षण किया। अधिकारियों के अनुसार लोकायन नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। बढ़ते जलस्तर के कारण नदी के दोनों तरफ तटबंध पर पानी का दबाव बढ़ रहा है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने खुद देखा कि बांध की मजबूती के लिए रखे हजारों बोरे बालू नदी के तेज बहाव में समा चुके हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अगर बांध की बजाए पक्की सड़क के किनारे सीमेंट के बोरे में बालू रखे जाते तो सुरक्षित रहते।


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