होली की तरह ही लोकतंत्र के महापर्व को मनाने की जरूरत : आशुतोष
बिहारशरीफ: मतदान के बिना शासन की सर्वोत्तम प्रणाली लोकतंत्र की सफलता संभव नहीं है। लोगों में जन-जाग
बिहारशरीफ: मतदान के बिना शासन की सर्वोत्तम प्रणाली लोकतंत्र की सफलता संभव नहीं है। लोगों में जन-जागरूकता लाने के लिए स्वीप आइकॉन आशुतोष कुमार मानव लगातार पसीने बहा रहे हैं। सोमवार को चंडी स्थित ज्ञानदीप विद्यालय में मतदान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें भावी मतदाताओं को मतदान के महत्व बताए गए। स्वीप आइकॉन ने कहा कि मतदान लोकतंत्र का प्राण है। इसके बिना लोकतंत्र की सार्थकता तथा इसका जीवन संभव नहीं है। इस विशेष आयोजन में स्कूली बच्चों के साथ उनके अभिभावक तथा गांव के लोग भी मौजूद थे। इस दौरान विद्यालय में होली मिलन समारोह भी आयोजित किया गया। आइकॉन ने कहा कि होली की तरह मतदान भी एक बड़ा पर्व है। जिसे उत्साह के साथ मनाने की जरूरत है। इस मौके पर विद्यालय की प्राचार्या जयंती, डॉ. प्रेम शंभू, मिथिलेश कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
.................
बस स्टैंड में नुक्कड़ नाटक के जरिए वोट देने की अपील
- कहा, वोट न देना खुद के साथ धोखा
संवाद सहयोगी, हिलसा : सोमवार को हिलसा में नालंदा जिला के स्वीप आइकॉन आशुतोष कुमार मानव ने अपने कला जत्था टीम के साथ वोटरों को वोट देने के लिए जागरुकता कार्यक्रम चलाया। मनोरंजन के साथ वोटरों को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने को स्वीप आइकॉन आशुतोष मानव कला जत्था की टीम के साथ हिलसा शहर के बस स्टैंड पहुंचे। भीड़ भाड़ वाली जगह पर जुटे वोटरों को प्रेरित करने के लिए नुक्कड़ नाटक एवं होली गीत के माध्यम से वोट देने की अपील की गई। सभी वोटरों से अपना कीमती वोट देने की मार्मिक अपील करते हुए कहा कि आपके एक वोट नहीं देने से देश बिखर सकता है। देशवासियों का एक-एक वोट अनमोल है। जिसे बर्बाद करना अपने साथ ही धोखा देना है। लोकतंत्र में वोटर ही देश का आधार स्तम्भ होता है। जिसका जागरूक होना बहुत •ारूरी है। उन्होंने वोटरों से आह्वान किया कि बिना भय, लोभ- लालच, शंका के अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करते हुए जिले में शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करें। अगर देश का लोकतन्त्र म•ाबूत करना है तो आने वाले लोकसभा के चुनाव में सबको मतदान करना होगा। इसी क्रम में आयोजित नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सुगम मतदान के बारे में विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में सौरव कुमार, ग़ुलाम सरवर, चन्दन कुमार, मंजय कुमार, मृत्युंजय कुमार, कुन्दन कुमार, नरेश पासवान, रवि कुमार, नरेन्द्र समेत बीएलओ, मास्टर ट्रेनर, कला जत्था की टीम एवं स्वीप से जुड़े अन्य कई कर्मी शामिल थे।