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सकरी नदी से अवैध रूप से बालू उठाव कर रहे चार ट्रक जब्त, चालक गिरफ्तार

बिहारशरीफ। पुलिस ने सकरी नदी से अवैध बालू उठाव कर रहे चार ट्रक जब्त किया। पुलिस ने मौके पर से चार लोगों को भी हिरासत में लिया है। पकड़े गए चारों लोग ट्रक चालक है। गिरियक पुलिस को सूचना मिली कि पंचाने एवं सकरी नदी स्थित विभिन्न घाटों से बालू का अवैध उठाव कर वहां से ट्रक पर लोड कर बाहर भेजा जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 11:47 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 11:47 PM (IST)
सकरी नदी से अवैध रूप से बालू उठाव कर रहे चार ट्रक जब्त, चालक गिरफ्तार
सकरी नदी से अवैध रूप से बालू उठाव कर रहे चार ट्रक जब्त, चालक गिरफ्तार

बिहारशरीफ। पुलिस ने सकरी नदी से अवैध बालू उठाव कर रहे चार ट्रक जब्त किया। पुलिस ने मौके पर से चार लोगों को भी हिरासत में लिया है। पकड़े गए चारों लोग ट्रक चालक है। गिरियक पुलिस को सूचना मिली कि पंचाने एवं सकरी नदी स्थित विभिन्न घाटों से बालू का अवैध उठाव कर वहां से ट्रक पर लोड कर बाहर भेजा जा रहा है। जिसके बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए बालू उठाव कर रहे गोरैया बिगहा गांव निवासी भोला प्रसाद, बहवलपुर गांव निवासी विक्रम कुमार, कतरीसराय के देवेशपुरा गांव के मंटू कुमार और बाढ़ के राहुल चारों चालक को वाहन सहित पकड़ लिया। बता दें कि बालू उत्खनन के कड़े प्रतिबंध के बावजूद बालू माफिया अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं। चारों ट्रक अहले सुबह गिरियक-कतरीसराय मार्ग की ओर से आ रहे थे। जिसके बाद पुलिस की टीम ने ट्रक को रोकना चाहा तो पहले ये लोग भागना चाहे लेकिन पुलिस की मुस्तेदी से चारों को दबोच लिया गया। स्थानीय थाना पुलिस बालू के अवैध कारोबार को बंद करने की कोशिश करती है। बावजूद इसके बालू माफिया अपनी कार गुजारी से बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस ने अवैध खनन रोकने के लिए बालू घाट के रास्ते को खुदवा दिया बावजूद बालू माफिया दूसरा रास्ता बनाकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। इस अवैध कारोबार में लिप्त कारोबारियों के इरादे इतने खतरनाक होते हैं कि पुलिस टीम पर हमला करने से भी नहीं चूकते हैं । कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं और पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। फिलहाल अवैध बालू खनन का धंधा रोकना प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है। हालांकि बीते कुछ दिनों से गिरियक पुलिस ने इन खनन माफियाओं के खिलाफ अभियान तेज करते हुए अवैध बालू लदे दर्जनों ट्रैक्टर एवं ट्रक को जब्त किया है। लगातार बारिश के कारण तमाम नदिया उफान पर है पर बालू माफिया जान जोखिम मैं डाल अवैध खनन कर नदी का पेट खाली कर दिया है। शायद उन्हें अपनी जान की भी तनिक परवाह नहीं है। कभी भी वे तेज धारा के साथ ट्रैक्टर सहित नदी में बह सकते हैं।

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10 किलोमीटर के भीतर आधा दर्जन है बालू घाट लगभग 10 किलोमीटर की बात करें तो विभिन्न थाना क्षेत्र अंतर्गत आधा दर्जन बालू घाट है। गिरियक थाना क्षेत्र अंतर्गत सतोवा गांव के समीप सकरी स्थित घाट है। वहीं पुरैनी गांव के समीप खराट घाट एवं घोडाकटोरा गांव के समीप घाट ये दोनों घाट में पंचाने नदी आता है।

वहीं सिलाव थाना झेत्र अंतर्गत पंचाने नदी स्थित नानंद पुल के समीप भगवानपुर गांव के पास घाट एवं कतरीसराय थाना के देवसपुरा के पास घाट है। दीपनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत चोरसुवा घाट है जहां इन घाटों में बालू माफिया हमेशा सक्रिय रहते हैं । माफियाओं के अवैध धंधे से सरकार को राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। बालू निकालने से बने गढ्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं। हर साल कई लोग नहाने के दौरान इन गड्ढों में फंसकर जान गंवा बैठते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि कम रिस्क में इसमें लाखों का फायदा है यहां तक कि बालू माफिया नाबालिगों से गाड़ी चलावकार लाखों रुपए कमा रहे हैं। पैसा का लालच देकर नाबालिग से ट्रैक्टर चलवाते हैं। पुलिस कार्रवाई होती भी है तो आराम से बच निकलते हैं। माफिया दिन के अलावे सुबह दो बजे से 5 बजे तक बालू निकालने के लिए हर रोज बड़ी संख्या में ट्राली लगा ट्रैक्टर्स की आवाजाही होती रहती है। बीते 3 महीने पहले बालू लेकर भाग ट्रैक्टर की चपेट मैं आने से चोरसुवा गांव के पास 3 लोगों की मौत भी हो चुकी है जिसके बाद ग्रामीण काफी गुस्से मैं आकर सड़क पर बैठ गए थे लेकिन इन बालू माफिया को न प्रशासन का डर है और न नदियों के अस्तित्व की चिता । इधर, गिरियक थानाध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने बताया कि सभी लोग बुधवार की अहले सुबह सकरी नदी से बालू उठाव कर ले जा रहे थे तभी इनको धर दबोचा गया। अवैध बालू माफियाओं के खिलाफ आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी। इस संबंध में थाना में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।


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