अंतराष्ट्रीय कृषि सम्मेलन में किसानों को दी जाएगी खेती और मॉर्केट व्यवस्था की जानकारी
बिहारशरीफ। जैविक खेती, बीजोत्पादन, बागवानी, डेयरी, मुर्गीपालन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन, वर्मी कंप
बिहारशरीफ। जैविक खेती, बीजोत्पादन, बागवानी, डेयरी, मुर्गीपालन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन, वर्मी कंपोस्ट, खाद्य प्रसंस्करण तथा मूल्य संवर्धन उद्यमों से किसानों की आय में बढोत्तरी को ध्यान में रखकर पटना स्थित बिरला तकनीकी संस्थान में 30 अक्टूबर अर्थात आज से 1 नवंबर तक अंतर्राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन सह संगोष्ठी आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन सह संगोष्ठी में जिले के कई सौ किसान भाग लेंगे। यह जानकारी रविवार को कृषि विज्ञान केंद्र, हरनौत के समन्वयक डॉ. संजीव कुमार ने दी। बताया कि इस सम्मेलन सह संगोष्ठी में सोसाइटी फॉर अपलिफ्टमेंट ऑफ रूलर इकॉनमी वाराणसी, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अटारी के अलावा पटना तथा बिरला तकनीकी संस्थान, पटना के वैज्ञानिक विभिन्न विषयों पर प्रकाश डालेंगे। उद्घाटन 30 अक्टूबर को केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन ¨सह करेंगे। सम्मेलन में कृषि के क्षेत्र में विकाशील कई देशों के कृषि वैज्ञानिक भी शिरकत करेंगे। उनके द्वारा ग्रामीण जीवकोपार्जन में सुधार लाने के लिए नगदी की खेती कैसे करें और उसके लिए मार्केट की व्यवस्था कैसी होनी चाहिए आदि विषयों पर किसानों को जानकारी दी जाएगी। संजीव ने बताया कि सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रगतिशील किसानों का चयन किया जा चुका है। सभी किसान सम्मेलन में ससमय भाग लें, इसकी व्यवस्था की जा चुकी है।