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नालंदा में डॉक्टर की हत्याः सदर अस्पताल के बाहर बैठे आक्रोशित चिकित्सक, मेडिकल सेवा ठप

नालंदा में डॉक्टर डॉ. प्रियरंजन की हत्या को ले शुक्रवार को लोग आक्रोशित होकर सड़कों पर उतर आए। चिकित्सकों ने सुबह से मेडिकल सेवा ठप कर दी।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 06 Mar 2020 10:08 AM (IST)Updated: Fri, 06 Mar 2020 10:08 AM (IST)
नालंदा में डॉक्टर की हत्याः सदर अस्पताल के बाहर बैठे आक्रोशित चिकित्सक, मेडिकल सेवा ठप
नालंदा में डॉक्टर की हत्याः सदर अस्पताल के बाहर बैठे आक्रोशित चिकित्सक, मेडिकल सेवा ठप

नालंदा, जेएनएन। जिले में गुरुवार की सुबह बाइक से अस्पताल जा रहे डॉक्टर डॉ प्रियरंजन कुमार प्रियदर्शी की हत्या को ले शुक्रवार को लोग आक्रोशित होकर सड़कों पर उतर आए। चिकित्सकों ने सुबह से मेडिकल सेवा ठप कर दी। आइएमए से जुड़े डॉक्टर सदर अस्पताल परिसर में धरने पर बैठ गए। निजी, सरकारी व पावापुरी स्थित विम्स मेडिकल कॉलेज में ओपीडी बंद कर दी गई। केवल इमरजेंसी सेवाएं चालू रहीं।

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निराश लौट रहे दूर-दूर से आए मरीज

पावापुरी स्थित वर्द्धमान मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की ओपीडी सेवा बंद कर दी गई। इलाज को आए सैकड़ों मरीज मेन गेट बंद देख निराश होकर लौटते रहे। साथी चिकित्सक की हत्या के विरोध में आइएमए बिहारशरीफ के चिकित्सकों ने सदर अस्पताल की मेडिकल व्यवस्था ठप कर दी। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग व मृतक के आश्रितों को उचित मुआवजा की मांग को लेकर चिकित्सकों ने पूरे अस्पताल परिसर में घुमकर सभी विभाग के ओपीडी को बंद करा दिए। आइएमए की पूर्व अध्यक्ष डॉ.सुनीति सिन्हा ने कहा कि पूरे जिले में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ चुका है कि वह किसी की भी हत्या कर देते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती और चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर दी जाती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।

मुआवजे के रूप में पांच करोड़ रुपये देने की उठाई मांग

हड़ताली चिकित्सकों का कहना है कि कल राज्य भर के डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। डॉक्टरों की मांग है कि हत्यारों का जल्द से जल्द पता लगाकर गिरफ्तार किया जाए। डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। मारे गए डॉक्टर के स्वजनों को 5 करोड़ रुपये मुआवजा और एक आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाए।

24 घंटे बीतने के बाद बढ़ा आक्रोश

गुरुवार को हत्या के विरोध में आइएमए के बैनर तले डॉक्टरों व मारे गए डॉक्टर के स्वजनों ने करीब 2 घंटे तक बिहारशरीफ के हॉस्पिटल मोड़ को जाम किया था। एसपी नीलेश कुमार ने 24 घंटे के भीतर हत्यारों को पकड़ने का भरोसा देकर सड़क जाम समाप्त कराया था। वहीं डीएम ने मृत डॉक्टर के स्वजनों को 4 लाख रुपये मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया था।

ताबड़तोड़ फायरिंगकर उतारा था मौत के घाट

बताते चलें कि गुरुवार की सुबह 9.30 बजे रहुई थाना क्षेत्र के सैदी मोड़ के पास बाइक सवार अपराधियों ने पुलिस को चुनौती देते हुए बाइक से ड्यूटी जा रहे डॉक्टर डॉ प्रियरंजन कुमार प्रियदर्शी को ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए मौत के घाट उतार दिया था। हरनौत के पूर्व विधायक जदयू नेता ई. सुनील कुमार के रिश्तेदारी डॉ. प्रियदर्शी नूरसराय के नोसरा गांव के रहने वाले थे। वे हरनौत प्रखंड के गोखुलपुर एपीएचसी में प्रतिनियुक्त थे। उनकी मूल नियुक्ति हरनौत के गोनावां एपीएचसी में थी। पुलिस ने बताया कि डॉक्टर को चार गोली मारी गई थी।


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