पूजा पंडालों में भक्तों की लगी रही भीड़ विसर्जन आज तैयारी पूरी
बिहारशरीफ: प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी, भक्तों की लगी है कतार, या देवी सर्वेभूतेषू शक्तिरूपेण संस
बिहारशरीफ: प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी, भक्तों की लगी है कतार, या देवी सर्वेभूतेषू शक्तिरूपेण संस्थिता, जैसे मधुर गीतों के बीच शक्तिस्वरूपा मां दुर्गा की आराधना में पूरा शहर डूबा हुआ है।दशमी की पूजा के बाद भी शनिवार को मां भगवती की भक्ति का ज्वार चरम पर पहुंच गया। चाहे भैंसासुर का पंडाल हो या पुलपर स्थित बना पंडाल, श्री राम से लेकर थाई लैंड का शिव मंदिर का अहसास कराते पंडाल। सभी जगह भक्तों की भारी भीड़, उत्साह, उमंग और मां के दर्शन की आतुरता आयोजन को अछ्वुत- अकल्पनीय बना रहे थे। पूजा पंडाल मां के धाम बन गए और भक्त इसमें खींचे चले आ रहे थे। अगर प्रतिमाओं की बात की जाए तो प्राय: सभी पूजा पंडालों की प्रतिमाएं अपने भव्य रूप से भक्तों को आत्मविभोर करने वाली हैं। कई पंडालों की प्रतिमाएं अपनी सौम्यता से भक्तों का मन मोह रही थी तो कुछ पंडालों में स्थापित प्रतिमाएं अपने रौद्र-सौन्दर्य से भक्तों को आकर्षित कर रही थी। प्राय: सभी प्रतिमाओं में मूर्तिकार की कला, कल्पना तथा कारीगरी की बारीकियों के दर्शन हो रहे हैं। कई पंडालों में मां की पारम्परिक प्रतिमाएं स्थापित की गयी थि जो अपने मनमोहक स्वरूप से वातावरण में भक्ति भाव घोल रही थी। पूजा के दौरान सभी पंडालों व देवी मंडपों और दुर्गा मंदिरों में महिलाओं की भारी भीड़ देखी गयी। सुबह से महिलाएं मां की पूजा के लिए देवी मंडपों व पंडालों में उमड़ पड़ीं और दोपहर बाद तक पूजा-अर्चना का सिलसिला जारी रहा। आज रविवार को मां दुर्गा का विसर्जन यात्रा निकाला जाएगा। जिसको लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई है।
पूजा पंडालों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे। बड़ी संख्या में वर्दी के साथ सादे लिबास में भी पुलिस कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इधर महलपर, मोहद्दीनगर, खंदकपर, आलमगंज, शेरपुर,आशानगर सहित अन्य पंडालों में महिलाओं की भारी भीड़ देखी गयी। दशमी के दिन शहर में मां के दर्शन करने और आकर्षक विद्युत सज्जा तथा मेले का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी बिहारशरीफ पहुंचे, जिसके कारण सुबह से ही पूजा पंडालों में श्रध्दालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी और शाम को सभी प्रमुख मार्गों में छोटे-बड़े वाहनों का परिचालन बंद कर दिया गया। श्रध्दालुओं के लिए दर्शन को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए पूजा से संबंधित सभी विभागों के बीच एक समन्वय बनाया गया है और अधिकारियों को इसकी विशेष जिम्मेदारी सौंपी गयी है। लोगों और प्रशासन के बीच समन्वय के लिए पीस कमेटी अपनी जिम्मेदारियां संभाल रखी थी। असामाजिक तत्वों की निगरानी के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे। मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी व जवानों की तैनाती की गयी थी। दुकानदार भी विभिन्न प्रकार के समानों में उतार रखा था।कही जागरण तो कही डांडिया का आयोजन किया गया था। हर तरफ एक उत्सव सा माहौल देखने को मिला।