नालंदा में लापरवाही के गड्ढे में डूब बालक की मौत
बिहारशरीफ। इस्लामपुर शहर से थोड़ी दूर मुहाने नदी में मिट्टी काटने के लिए किए गए गड्ढे में डूबकर दस साल के बालक की मौत हो गई। किसी ठीकेदार की इस आपराधिक लापरवाही के खिलाफ स्थानीय कजियाना मोहल्ले के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
बिहारशरीफ। इस्लामपुर शहर से थोड़ी दूर मुहाने नदी में मिट्टी काटने के लिए किए गए गड्ढे में डूबकर दस साल के बालक की मौत हो गई। किसी ठीकेदार की इस आपराधिक लापरवाही के खिलाफ स्थानीय कजियाना मोहल्ले के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। बालक का शव लेकर स्वजन व मोहल्ले के लोग इस्लामपुर-जैतीपुर मेन रोड पर मठ पर के निकट उतर गए और आवागमन ठप कर दिया।लोगों की मांग थी कि गड्ढा खोद कर छोड़ने वाले ठीकेदार की पहचान कर गिरफ्तार किया जाए और मृतक के स्वजन को तत्काल मुआवजा दिया जाए। मौके पर थानाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह दल-बल समेत पहुंचे और लोगों को सड़क जाम हटाने को समझाया, फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं हुए। अंतत: पुलिस ने लाठी चार्ज करके भीड़ को तितर-बितर कर दिया और बालक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया। बाद में कुछ बुद्धिजीवियों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया।
बताया गया कि रविवार की दोपहर बाद तीन बजे कजियाना मोहल्ला निवासी बुद्धन साव का 10 वर्षीय नाती राज कुमार चार-पांच हमउम्र दोस्तों के साथ मुहाने नदी की तरफ गया था। यहां नदी में एक बड़े और गहरे गड्ढे में पानी भरा देखकर वह अन्य बच्चों संग उसमें नहाने लगा। इसी दौरान राज कुमार गहराई में डूबने लगा। साथ के बच्चों ने उसको डूबता देख शोर मचाया। शोर सुनकर पास के खेत में काम रहे ग्रामीण दौड़े और गड्ढे में कूदकर बच्चे को बाहर निकाला परंतु तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
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इकलौते बेटे को ननिहाल में छोड़ मजदूरी करने दिल्ली गए थे मां-पिता
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मृतक बालक के नाना बुधन साव ने बताया कि बेटी और दामाद निजी कंपनी में दिल्ली में मजदूरी करते हैं। कुछ माह पहले बेटी आरती अपने इकलौते पुत्र राज कुमार को ननिहाल में छोड़ कर दिल्ली मजदूरी करने के लिए गई हुई थी। उन्होंने बिलखते हुए कहा कि अब वे बेटी-दामाद को कौन सा मुंह दिखाएंगे। वे लोग मेरे भरोसे नाती को छोड़कर गए थे, परंतु लापरवाही के गड्ढे ने उसकी जान ले ली।