मोना हॉस्पीटल में सीएस ने मारा छापा, आपरेशन करती मिली नर्स
दीपनगर थाना क्षेत्र के साठोपुर स्थित मोना हास्पीटल में शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने छापेमारी की। छापेमारी के क्रम में सीएस जैसे ही अस्पताल पहुंचे वहां पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी फरार हो गए। सीएस ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में डॉक्टर नदारद मिले।
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : दीपनगर थाना क्षेत्र के साठोपुर स्थित मोना हॉस्पीटल में नीम-हकीमों द्वारा ऑपरेशन तक करने की शिकायत पर शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ राम सिंह अचानक वहां पहुंच गए। हॉस्पीटल के हालात देख वह अवाक रह गए। एक भी डॉक्टर नहीं था। वहीं ओटी में एक नर्स मरीज का आपरेशन करती मिली। वह भी एक गर्भवती महिला का सिजेरियन ऑपरेशन कर रही थी। इधर, मौका देखकर हॉस्पीटल के अन्य कर्मी फरार हो गए। आश्चर्य रहा कि सिविल सर्जन बिना पुलिस बल के हॉस्पीटल पर छापेमारी करने गए थे। उन्होंने एक नर्स को ऐसा आपरेशन करते देखा, जिसमें जच्चा-बच्चा दोनों की जान जा सकती थी, फिर भी गिरफ्तार नहीं कर सके। सिविल सर्जन ने इस बारे में बताया कि सारी रिपोर्ट डीएम योगेन्द्र सिंह को दी जाएगी। वे जैसा निर्देश देंगे, किया जाएगा।
सीएस ने बताया कि लोगों से शिकायत मिली थी कि साठोपुर स्थित मोना हॉस्पीटल बिना निबंधन व डॉक्टर के संचालित हो रहा है। मरीजों की अच्छी भीड़ रहती है। जिनका इलाज नर्स व अन्य स्वास्थ्यकर्मी करते हैं। यहां तक की ऑपरेशन का भी साहस कर देते हैं। इसी शिकायत के आधार पर वे अचानक मोना हॉस्पीटल पहुंचे थे।
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पहले भी छापेमारी में नहीं मिले थे डॉक्टर, फिर भी कार्रवाई
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याद दिला दें कि दो माह पहले सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने ही इसी मोना हॉस्पीटल में छापेमारी की थी। उस समय भी वहां पर कोई चिकित्सक नहीं मिले थे। जिसकी रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को दी गई थी लेकिन आज तक इस अस्पताल प्रबंधन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बहरहाल, जिले में प्राइवेट अस्पतालों के लगातार मिल रहे भयावह हालात किसी बड़े रैकेट की ओर इशारा कर रहे हैं। जिन पर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो कभी भी किसी मरीज को जान गंवानी पड़ सकती है।