हमने तो उत्सव की मांग की थी सीएम ने महोत्सव बना दिया
बिहारशरीफ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पावापुरी महोत्सव के मंच से अभिनंदन करते हुए दिगम्बर जैन तीर्थ
बिहारशरीफ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पावापुरी महोत्सव के मंच से अभिनंदन करते हुए दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष गोपाल जैन ने कहा कि उन्होंने पूरे समाज की ओर से 2016 में भगवान महावीर के निर्वाण के मौके पर उत्सव के आयोजन का आग्रह किया था। परंतु मुख्यमंत्री ने बकायदा इसे महोत्सव बना दिया। 2017 में पहला पावापुरी महोत्सव मना। यह लगातार दूसरा साल है। धीरे-धीरे यह महोत्सव व्यापक रूप लेता जाएगा। फिर उन्होंने मंच से मुख्यमंत्री को 2018 के भगवान महावीर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजे जाने की घोषणा की। रविन्द्र कीर्ति जी महाराज ने मुख्यमंत्री को यह पुरस्कार प्रदान किया। सबसे पहले मुख्यमंत्री को लाल रंग की पगड़ी पहनायी। चांदी का बना प्रतीक चिह्न भेंट किया।
रविन्द्र कीर्ति जी ने कहा कि पूज्य ज्ञानमती माता जी ने सूबे में व्यसन मुक्ति के अभियान व अणुव्रत के लिए बिहार सरकार को आशार्वाद दिया है। जनता में नैतिकता लाने का सीएम का प्रयास सराहनीय है। लगे हाथ उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश व ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार को महाराष्ट्र के नासिक स्थित मांगीतुंगी आने का न्योता दे डाला। कहा, ज्ञानमती माता जी अभी वहीं प्रवास कर रही है। मांगीतुंगी में पहाड़ पर अखंड पाषाण की 108 फीट ऊंची ऋषभ देव महाराज की प्रतिमा का निर्माण किया गया है। जहां 10 दिन पहले राष्ट्रपति रामनाथ को¨वद भी आ चुके हैं। कहा, पावापुरी और कुंडलपुर भगवान महावीर के निर्वाण व जन्म की भूमि है। यहीं पर उन्होंने प्रथम देशना (उपदेश) भी दिया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भगवान महावीर के ही उपदेशों के अनुरूप समाज को ढालने में जुटे हैं। इसी कारण जैन समाज की ओर से उन्हें अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया है।