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23 साल बाद योगी बन घर लौटा युवक चार दिनों से गायब

जागरण संवाददाता बिहारशरीफ संपत्ति की खातिर बिहारशरीफ में नीतीश कुमार की हत्या उ

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 11:37 PM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 11:37 PM (IST)
23 साल बाद योगी बन घर लौटा युवक चार दिनों से गायब
23 साल बाद योगी बन घर लौटा युवक चार दिनों से गायब

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : संपत्ति की खातिर बिहारशरीफ में नीतीश कुमार की हत्या उसके ममेरे भाई द्वारा करने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि चंडी से इसी से मिलती-जुलती खबर मिल रही है। चंडी के लालगंज निवासी शैलेश महतो के इकलौते पुत्र 35 वर्षीय संतोष कुमार चार दिनों से गायब हैं। आशंका है कि संपत्ति हथियाने के लिए उनके स्वजन ने ही उनका अपहरण कर लिया है। आश्चर्य यह कि इस कांड में उनके पिता व बहनोई का हाथ होने की बात थाना पुलिस कह रही है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। थाना पुलिस की इस कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहा है। बताया गया कि थाना पुलिस में शिकायत लिखवाने गए स्वजन पर एक दफादार ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर दबाव बनाया और मनमाने तरी़के से आवेदन लिखवाया। बताया गया कि संतोष को बीते सोमवार को सुबह 11 बजे पिता व बहनोई के साथ जैतीपुर मोड़ से केवई- ब्रह्स्थान की ओर जाते देखा गया था। उसे एक अज्ञात बोलेरो पर बैठा कर शैलेश महतो एवं उनके दामाद दूसरे रास्ते से लौट आये थे। इस घटना से नाराज लालगंज के लोगों ने शैलेश महतो के दामाद को खदेड़ दिया है। इधर, घटना की शिकायत किए जाने के बावजूद पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से लोग आक्रोशित हैं। थानाध्यक्ष ऋतुराज ने बताया कि परिवार के लोग ही उसे कहीं गायब कर दिए तो उसमें पुलिस क्या करे। ----------------------- 23 साल बाद योगी के रूप में लौटे थे संतोष ---------------------- संतोष कुमार 23 साल बाद योगी के रूप में बीते 9 अक्टूबर को घर लौटे थे। वह अन्य साथियों के साथ अपने घर से भिक्षा मांग सिद्धि पाने की जुगत में आए थे। लेकिन पहचान हो जाने के बाद स्वजन उसे रोक लिए। घर में खुशियां छा गई। गृहस्थ जीवन में लौटाने के लिए संतोष के पिता ने उनके साथी योगियों को सवा लाख रुपए चुका कर अनुष्ठान कराए। भगवा वस्त्र त्याग कर, सिर मुंडन करा वह घर में रहने लगा। इसी बीच कहानी ने नया मोड़ ले लिया। जब संतोष के लौट आने की सूचना उसके दोनों बहनोई को मिली तो वे दोनों लालगंज आकर डेरा डाल दिए। संतोष के चचेरे भाई ने बताया कि लालगंज में दोनों बहनोइयों ने मिलकर पांच कट्ठा जमीन 70 लाख रुपए में बेची है। उसका 10 लाख रुपए अग्रिम राशि का बंटवारा दोनों दामाद ने कर लिया है। बताया कि संतोष के पिता के पास वर्तमान में करीब 6 करोड़ रुपए की जमीन है। इस सम्पत्ति पर शैलेश के दोनों दामाद की नजरें गड़ी हैं। कथित अपहृत के चचेरे भाई का दावा है कि संतोष की वापसी की उम्मीद नहीं थी। लेकिन जब वह लौट आया तो उनके दोनों बहनोइयों को यहां की सम्पत्ति हाथ से खिसकती नजर आईं। इसलिए सास- ससुर को मेल में लाकर योजना बना घटना को अंजाम दिया है।

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