सात निश्चय योजना में रुचि नहीं लेने वाले जनप्रतिनिधि पर होगी कार्रवाई : डीएम
सात निश्चय योजना एवं ओडीएफ के कार्यों में तेजी लाने को लेकर सिलाव प्रखंड के मनरेगा भवन ।
सात निश्चय योजना एवं ओडीएफ के कार्यों में तेजी लाने को लेकर सिलाव प्रखंड के मनरेगा भवन में बुधबार को जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने योजना से संबंधित जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी पंचायत के पंचायत सेवक से पंचायत में चल रही योजनाओं की जानकारी ली। इस दौरान प्रखंड के अधिकांश पंचायत में राशि आवंटन होने के बावजूद काम नहीं होने पर मौजूद पंचायत सचिवों को जमकर फटकार लगाया। इस मौके पर पंचायत सचिवों ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उनके पंचायत के मुखिया के द्वारा पैसा का हस्तांतरण नहीं की जा रही है, जिसके कारण योजनाओं का कार्य बाधित हो रहा है। जिलाधिकारी ने पंचायत सचिव को आदेश दिया कि आप लोग मुखिया को 24 घंटे का अल्टीमेटम देकर पैसा का हस्तांतरण करवाना सुनिश्चित करें, यदि कोई भी मुखिया विकास के कार्य में बाधा पहुंचाने का प्रयास करता है, तो फौरन उस पर मुकदमा दर्ज करें। उन्होंने कहा कि पंचायत के विकास कार्य में रुचि नहीं लेने वाले अधिकारियों पर भी एफआइआर किया जाएगा। इसके अलावा उन लापरवाह अधिकारी व कर्मचारी को बर्खास्त करने की विभागीय कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि सात निश्चय योजना की सफलता में जो जनप्रतिनिधि बाधक तथा असहयोग कर रहे हैं उनको चिन्हित कर जिला मुख्यालय को रिपोर्ट करें। उनके विरुद्ध भी सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया जाएगा। बैठक में किसानों की समस्या को लेकर भी जिलाधिकारी गम्भीर दिखे। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं बीएओ को साफ निर्देश दिया कि किसानों से डीजल अनुदान का फॉर्म लेकर उन्हें ससमय डीजल अनुदान उपलब्ध कराए। बैठक में सिलाव को जल्द ओडीएफ प्रखंड घोषित करने के लिए जी-जान से लग जाने का टिप्स डीएम ने पदाधिकारियों को दिया। सिलाव प्रखंड में ओडीएफ कार्यों में धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने इससे संबंधित सभी अधिकारी एवं कर्मी को फटकार लगाते हुए कहा कि यह सुनिश्चित करें की समय पर सभी वार्डों में शौचालय का निर्माण किया जा सके। इस दौरान डीएम ने वार्डों में चल रहे सात निश्चय कार्य का ब्योरा लिया। वहीं नानंद पंचायत के वार्ड संख्या 3 में शौचालय बनाने की संख्या का सर्वे की गलत रिपोर्ट देने वाले ब्लॉक समन्वयक को जमकर फटकार लगाया। जिलाधिकारी ने कहा की सिलाव प्रखंड में विकास कार्य धीमी होने का कुछ ना कुछ वजह जरूर है। यहां सिर्फ टेबुल रिपो¨टग का कार्य किया जा रहा है। यहीं कारण है कि वास्तविक आंकड़ा कुछ और व रिपोर्ट कुछ और होता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा की इस तरह की बातें आज के बाद देखने को मिली तो सीधे उस पदाधिकारी या कर्मचारी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इस अवसर पर बैठक में डीडीसी कुंदन कुमार ने का कहा कि प्रखंड को ओडीएफ कराने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा हर तरह से प्रोत्साहन दी जाएगी। रक्षाबंधन के अवसर पर इस प्रखंड में एक स्पेशल अभियान चलाई जाएगी। अच्छे कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों,एवं जनप्रतिनिधियों को पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं खराब प्रदर्शन करने वाले को दंडित भी किया जाएगा। इस अवसर पर डीआरडीए निदेशक संतोष कुमार श्रीवास्तव, जिला पंचायती राज पदाधिकारी शैलेन्द्र नाथ, प्रशिक्षु आईएएस, राजगीर अनुमंडल पदाधिकारी लाल ज्योति नाथ शाहदेव, सिलाव बीडीओ अलख निरंजन, सीओ शैलेश कुमार, बीइओ अंजू चौधरी, सीडीपीओ इस्मत, बीएओ कमलेश शर्मा, जीविका के बीपीएम एवं कर्मी,पंचायत सचिव ,विकास मित्र,आदि मौजूद थे।