नालंदा में एक साथ मिले 13 कोरोना पॉजिटिव, नर्स के संक्रमित होने से परवलपुर पीएचसी सील
नालंदा में मंगलवार की रात एक साथ 12 संक्रमित मिले। इसके साथ ही जिले में कोरोना के कुल मामले 63 हो गए हैं।
नालंदा, जेएनएन। जिले के लिए ये हफ्ता दहशत भरा है। रविवार को 11 और सोमवार की रात एक युवक के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद मंगलवार की रात एक साथ 12 संक्रमित मिले। इसके साथ ही जिले में कोरोना के कुल मामले 63 हो गए हैं।
तीन स्वास्थ्य कर्मी मिले संक्रमित
मंगलवार की देर रात कोविड-19 की जांच रिपोर्ट में 12 पॉजिटिव पाए गए मरीजों में एक नर्स भी शामिल है। जिले में एक डॉक्टर व एक एम्बुलेंस चालक के बाद स्वास्थ्यकर्मी के संक्रमित होने का यह तीसरा मामला है। नर्स परवलपुर पीएचसी में पदस्थापित है। नर्स के संपर्क में कई लोग आए हैं, इस कारण चेन बनने की आशंका है। वह शुक्रवार को कोरोना संदिग्ध को ले गए वाहन में बैठी थी। इसके बाद शनिवार को पूरे दिन ड्यूटी की। रात में उस संदिग्ध की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उसे पीएचसी में ही एक कमरे में क्वारनटाइन कर दिया गया। रविवार को सदर अस्पताल में सैम्पल लेने के बाद नर्स को बिहारशरीफ के बीड़ी मजदूर अस्पताल में क्वारनटाइन कर दिया गया था।
मंगलवार की रात उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उसे बुधवार की सुबह बिहारशरीफ के अजंता होटल में बने आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। सिविल सर्जन ने कहा कि अब बीड़ी मजदूर अस्पताल में क्वारनटाइन सभी लोगों के सैंपल लेकर जांच कराई जाएगी। वैसे मंगलवार को वहां सभी की स्क्रीनिंग कराई जा चुकी है। वहीं ऐहतियात के तौर पर परवलपुर पीएचसी को सील कर दिया गया है। अस्थावां रेफरल अस्पताल व पीएचसी के बाद अस्पताल के सील होने का यह दूसरा मामला है।
कोरोना पॉजिटिव मरीज को ले गए वाहन में बैठने से हुई संक्रमित
यह नर्स असावधानी के कारण संक्रमित हुई। बीते शुक्रवार को एकंगरसराय क्वारनटाइन से एक संदिग्ध मरीज को सैंपल लेने के लिए निजी वाहन से बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेजा गया था। नर्स परवलपुर पुलिस चेकपोस्ट पर किसी वाहन का इंतज़ार कर रही थी, ताकि अपने घर एकंगरडीह जा सके। इतने में संदिग्ध को बिहारशरीफ पहुंचाकर एकंगरसराय लौट रही बोलेरो दिखाई दी। पुलिस ने बिना पूरी पड़ताल किए उस वाहन में नर्स को बैठा दिया। नर्स बोलेरो की बीच वाली उसी सीट पर अकेली बैठी, जिस पर संदिग्ध बैठा था। शनिवार की रात जब एकंगरसराय के संदिग्ध की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो शासन ने उसकी ट्रैवल हिस्ट्री खंगाली। उसमें निजी बोलेरो का चालक व नर्स मिले। तत्काल परवलपुर बीडीओ विजय कुमार सिंह को इसकी सूचना दी गई। नर्स उस वक्त पीएचसी की नाईट ड्यूटी में थी।
बीडीओ ने दिखाई तत्परता
बीडीओ ने तत्परता दिखाई और शनिवार की रात में ही नर्स को पीएचसी के एक कमरे में क्वारनटाइन करा दिया। दूसरे दिन रविवार को उसे सैंपल देने के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। तब से नर्स बिहारशरीफ के बीड़ी मजदूर अस्पताल में ही क्वारनटाइन है। फोन पर हुई बातचीत में नर्स ने बताया कि शुक्रवार की रात वह पति व एक बच्चे समेत घर के अन्य लोगों के संपर्क में आई। फिर शनिवार को पैदल ही एकंगरसराय से परवलपुर पीएचसी पैदल गई। अस्पताल में वह सहकर्मियों का संपर्क में आई और गर्भवती महिला की भी जांच की। इसके बाद वह महिला किसी दूसरे निजी अस्पताल में शिफ्ट हो गई। ऐसे में वह महिला व निजी अस्पताल भी संदेह के घेरे में आ गए हैं।
कई दिन घर से 14 किमी पैदल चलकर परवलपुर पीएचसी पहुंची
नर्स ने बताया कि लॉकडाउन में वाहन नहीं मिलने के कारण वह 5-6 दिन पैदल ही अपने घर से 14 किमी दूर परवलपुर पीएचसी गई है। कहा कि क्वारनटाईन सेंटर में खाना-पीना और साफ-सफाई अच्छी है। परंतु वह बीते शनिवार से ही एक ही कपड़े में है। अभी तक उसे दूसरा कपड़ा नहीं मिला है, जिससे असहज महसूस कर रही है।
ड्राइवर समेत पॉजिटिव मिले मरीज के भाई व बेटे की रिपोर्ट निगेटिव
डीपीआरओ ने बताया कि मंगलवार को जिले से भेजे गए 51 सैम्पल की जांच रिपोर्ट आई। जिनमें 12 पॉजिटिव और 39 निगेटिव आई। जिस पॉजिटिव मरीज के सम्पर्क में आने से नर्स संक्रमित हुई। उसको बिहारशरीफ लाने वाले ड्राइवर समेत उसके शिक्षक भाई व पुत्र की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वैसे इन तीनों को अभी ऐहतियात के तौर पर 21 दिनों तक एकंगरसराय में ही क्वारनटाईन रखा जाएगा। मंगलवार की रात संक्रमित पाए गए 12 लोगों को मिलाकर कुल पॉजिटिव की संख्या 64 हो गई है। पॉजिटिव पाये गए लोगों में से रहुई के 6, परवलपुर के 1, हिलसा के 3 एवं वेना के 2 लोग हैं। इनमें महिला 6 एवं पुरुष 6 हैं।