ग्वालियर मेल में छेड़खानी के आरोप में युवक को पीटा
समस्तीपुर रेलमार्ग पर ग्वालियर मेल की स्लीपर बोगी में एक युवक ने युवती से छेड़खानी की। इसपर युवती के दोस्त युवकों ने युवक की जमकर पिटाई की जिससे वह घायल हो गया।
मुजफ्फरपुर। समस्तीपुर रेलमार्ग पर ग्वालियर मेल की स्लीपर बोगी में एक युवक ने युवती से छेड़खानी की। इसपर युवती के दोस्त युवकों ने युवक की जमकर पिटाई की जिससे वह घायल हो गया। ढोली स्टेशन पर युवकों ने युवक से मोबाइल छीन लिया। इसके बाद बोगी से जबरन उतार दिया। इसके बाद ढोली में तैनात पुलिस से शिकायत की लेकिन उसने मदद नहीं की। तब पीड़ित ने मुजफ्फरपुर रेल थाने में आकर शिकायत की। जानकारी के अनुसार जंक्शन पर ग्वालियर से बरौनी जाने वाली ग्वालियर मेल आकर रुकी जहां स्लीपर में युवती चढ़ी। इसी बोगी में एक युवक भी चढ़ा। वह युवती के बगल में जाकर बैठ गया। कुछ अपशब्द बोलने लगा। इसी बीच युवती ने फोन कर दूसरे कम्पार्टमेंट से कुछ युवकों को बुलाया। इसके बाद युवकों ने युवक को सीट से उठने को कहा। वह विरोध करने लगा। इसपर युवकों ने युवक कीे जमकर पिटाई की। इससे कुछ देर तक अफरातफरी मच गई। इसी बीच ट्रेन ढोली स्टेशन पहुंच गई। युवकों ने युवक का मोबाइल छीन लिया। इसके बाद बोगी से जबरन उतार दिया। पीड़ित ने दूसरी ट्रेन पकड़कर मुजफ्फरपुर पहुंचकर रेल थाने में लिखित शिकायत की। पीड़ित ने कहा कि मुजफ्फरपुर से उजियारपुर जाने के लिए ग्वालियर मेल में चढ़ा। लेकिन रास्ते में युवकों ने मारपीट कर बोगी से उतार दिया। रेल थानाध्यक्ष नंद किशोर सिंह ने कहा कि ग्वालियर मेल में युवती से छेड़खानी का मामला नहीं है। सीट पर बैठने को लेकर मारपीट हुई। पीड़ित उजियारपुर के विकास कुमार ने मारपीट व मोबाइल छीनने की शिकायत की है। इस मामले में मोबाइल छीनने वाले युवकों की पहचान कर ली गई है। यात्रियों के बीच धक्का मुक्की प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर दरभंगा से चलने वाली पवन एक्सप्रेस की जनरल बोगी में चढ़ने के लिए यात्रियों के बीच धक्का मुक्की हुई। पांच मिनट ठहराव के बाद ट्रेन खुल गई। इस दौरान गेट पर लटके कई यात्रियों के परिजन प्लेटफॉर्म पर छूट गए। इससे यात्रियों ने वैक्यूम कर ट्रेन को रोका। लेकिन, परिजनों को चढ़ाने के लिए जगह नहीं मिलने पर ट्रेन छोड़नी पड़ी। तब दूसरी ट्रेन से यात्रियों को सफर करनी पड़ी। यात्रियों ने कहा कि जनरल बोगी की संख्या कम होने से खड़ा होने तक जगह नहीं मिलती है। इसके बावजूद जनरल बोगी की संख्या को बढ़ाया नहीं जा रहा है।