जीवन को स्वस्थ्य व समृद्ध बनाता है योग
योग वर्तमान समय में सबके लिए जरूरी है। योग के महत्व को बताते हुए युवा भारत के जिला सह प्रभारी उत्तम कुमार आर्य ने कहा कि योग धातु से मिलकर बना है।
मुजफ्फरपुर। योग वर्तमान समय में सबके लिए जरूरी है। योग के महत्व को बताते हुए युवा भारत के जिला सह प्रभारी उत्तम कुमार आर्य ने कहा कि योग धातु से मिलकर बना है। जिसका अर्थ जोड़ना होता है। यह शरीर, मन एवं आत्मा को एक साथ लाता है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मान्यता दी है। योग के बारे में योगीराज श्रीकृष्ण ने गीता में भी बताया है कि हमारे शरीर को अगर स्वस्थ बनाना है तो ज्ञान योग करना जरूरी है। इसमें ज्ञान योग, भक्ति योग एवं कर्म योग की विस्तृत चर्चा की गई है। हमारे शरीर में सात चक्र बताए गए है। इसे जागृत करने का एक मात्र तरीका है योग करना। योग के नियमों को जीवन शैली में उतारना। यम नियम, प्रणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि को अपने नित्य जीवन में उतारना। कहा कि आज के युवाओं में नशे की लत पड़ गई हैं। उसको छुड़ाने के लिए अगर कोई साधन है तो वह है योग। स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन ब्रह्ममुहूर्त में जागृत होकर योग करना चाहिए। योग करने वाले का जीवन स्वस्थ व समृद्ध होता है। देश के लोग स्वस्थ होंगे तो आर्थिक रूप से क्षति नहीं होगी और समृद्ध होंगे। कहा कि शरीर में कई हजार नाड़ियां हैं। उनमें तीन प्रमुख नाड़ी ईडा, ¨पगला और सुषुम्ना है। हठ योग से ¨पगला और इडा नाड़ी के सहारे प्राण को सुषुम्ना नाड़ी में प्रवेश कराकर ब्रह्मस्ध्र में समाधिस्थ किया जाता है। खासकर युवाओं को योग के प्रति सजग होने की जरूरत है। कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग को जिस प्रकार दुनिया के देशों ने अपनाया है। उसे जीवन में उतारने के बाद स्वस्थ रह रहे हैं उसे समझने की जरूरत है। क्योंकि जब तक शरीर स्वस्थ नहीं रहेगा कोई भी काम ठीक प्रकार से हम नहीं कर पाएंगे। निरोग रहने के लिए योग को जीवन का हिस्सा बनाने की आवश्यकता है।