बेबस मां की कहानी: बेटों की फिक्र में पहले भी 'भूखी', आज अन्न-पानी को तरसी
बिना बेटों के खाए एक निवाला तक उसके गले से नहींं उतरता था। कई बार बेटों को खिलाकर खुद भूखी सो जाती थी। लेकिन आज वह उन्ही बेटों की प्रताड़ना से तंग होकर थाने पहुंच गई।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। कभी उनके खाने की फिक्र में खुद भूखी रही। चिंता इतनी कि बिना उनके एक निवाला तक गले से नहीं उतरा। लेकिन, आज ऐसा क्या हो गया कि उनके जिगर के टुकड़े उन्हें अन्न-पानी के लिए तरसा रहे। खाना मांगने पर मारपीट करने लगते।
दवा के लिए उस बीमार बाप को घर से निकाल देने की धमकी देने लगते, जिनका हाथ पकड़कर पहला कदम बढ़ाया और कंधों पर चढ़कर इस समाज को देखा-समझा। बेटों के बीमार होने पर अस्पतालों में लाइन लगने से लेकर मंदिरों की सीढिय़ां चढ़ीं। लेकिन, यह सब एक झटके में खत्म हो गया। ये मामला सामने आया है बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के काजीमोहम्मदपुर थाने में।
वृद्ध मां चंपा देवी को उनके दोनों बेटे व उनकी पत्नियां मारपीट कर प्रताडि़त करते हैं। खाने के लिए जब मांगती हैं, तो बड़ी बेहयाई से मारपीट का दुत्कारा जाता है। महिला का पति अर्थात उनके पिता बीमार हैं। वे काम पर जाने में असमर्थ हैं। इस कारण महिला लाचार है और भरण-पोषण के लिए बच्चों पर आश्रित हैं। लेकिन, दोनों पुत्र माता-पिता की जिम्मेदारी उठाने से कतराते हैं। घर से निकालने की धमकी देते हैं।
काफी दिनों से महिला व उसके पति सबकुछ सहते रहे। लेकिन, उनके पुत्र व बहू के व्यवहार में कोई सुधार नहीं हुआ तो शुक्रवार को काजीमोहम्मदपुर थाने पर शिकायत दर्ज कराने पहुंची। रोते हुए पुलिस के समक्ष अपनी व्यथा को जाहिर किया।
मामले से अवगत होने के बाद पुलिस ने उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा देकर भेज दिया। प्रभारी थानेदार सिताबी रजक ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इधर, पुलिस की प्रारंभिक छानबीन में आसपास के लोगों ने बताया कि पारिवारिक विवाद है। पूर्व में भी कई बार ऐसी घटना हो चुकी है।